रामपुर – समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम ख़ान के बेटे अब्दुल्लाह आज़म खान के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर नया मोड़ आ गया है। अदालत ने लखनऊ नगर निगम के उच्च अधिकारियों से अब्दुल्लाह आज़म खान को जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने के पीछे का कारण पूछा है। दरअसल अब्दुल्ला आज़म खान को एक जन्म प्रमाण पत्र रामपुर नगर पालिका परिषद से जारी किया गया था।जिसे उन्हें नगर पालिका परिषद रामपुर से जो प्रमाण पत्र जारी किया था उसे उसके स्कूल सेंटमेरी पब्लिक स्कूल रामपुर से जारी टीसी के आधार पर जारी किया गया है। जिसमें उनकी जन्म तिथि अलग दर्शाई गई थी। जबकि नगर निगम लखनऊ ने उन्हें जो जन्म प्रमाण पत्र जारी किया है उसमें जन्म तिथि अलग दर्शाई गई है।जिसे लेकर अदालत में फिर चुनौती दी गई है। जिसके बाद अदालत ने नगर निगम लखनऊ के कमिश्नर से इस मामले में जवाब मांगा है। अदालत का मानना है कि मोहम्मद आजम खान उस समय उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री थे, उन्होंने अपने राजनीतिक कद का फ़ायदा उठाकर नगर निगम लखनऊ से यह प्रमाण पत्र संबंधित अधिकारियों पर दबाव डाला कर जारी करवाया था। वहीं अदालत नगर निगम लखनऊ के उन अधिकारियों से भी जवाब मांगेगी कि जिन्होंने इस तरह का गैर कानूनी काम कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया। जिसके बाद नगर निगम लखनऊ में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है इस मामले में नगर निगम लखनऊ के कई अधिकारी नप सकते हैं।
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संवाददाता एम सलीम खान की रिपोर्ट
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