एम सलीम खान प्रभारी संपादक की रिपोर्ट
हिंदुस्तान में जहां एक तरफ धर्म जाति मजहब मंदिर मस्जिद को लेकर देश की कौमी एकता और अखंडता पर हमले किए जा रहे हैं, छोटी छोटी बातों को धर्म मजहब और देश के भाईचारे को खंडित करने का काम किया जा रहा है, वहीं हमारे मुल्क में कुछ प्राशसनिक और पुलिस प्रशासन के अधिकारी ऐसे भी हैं, जो देश की कौमी एकता अखंडता और भाईचारे की मजबूती के लिए मिसाल बनकर सामने आ रहें हैं।
आज हम इस खबर के जरिए से आपको एक ऐसी आला पुलिस अधिकारी से रुबरु करने जा रहे हैं,जो हर रमजान के मुबारक मौके पर पूरे रोज़े रखतीं हैं साथ ही इफ्तार के वक्त देश में भाईचारे और कौमी एकता की मजबूती के लिए दुआएं भी मांगती है।हम बात कर रहे महाराष्ट्र पुलिस की मुम्बई की एसीपी सुजाता पाटिल की जो अपने कैरियर के दौरान लम्बे वक्त से रमजान के महीने में रोज़े रखतीं हैं, इतना ही उनके कार्यलय में हर रोज इफ्तार का पूरा इंतेजाम भी होता है, पाटिल सहरी में उठ कर सहरी तैयार करती है, उसकी इस आस्था से उनके परिजनों को भी किसी तरह का एतराज नहीं है, बल्कि उसके परिजनों द्वारा भी उनका पूरा सहयोग किया जाता है।