अपराध समीक्षा की पहली बैठक में पुलिस आयुक्त ने थानेदारों की ली कड़ी परीक्षा, छूट गये पसीने पूछें गये सवाल

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पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड ने बीते रोज अपराध समीक्षा बैठक में थानेदारों की कड़ी परीक्षा ली। उन्होंने बाकायदा थानेदारों को प्रश्न पत्र देकर उनके थाना क्षेत्र में माफिया गैंगस्टर के नाम पूछे। आयुक्त की बैठक में थानेदारों के पसीने छूट गए। सर्दी में भी उन्हें गर्मी का एहसास होने लगा। उन्होंने सख्त लहजे में चेतवानी दी कि जो थानेदार दलालों की रडर में मिला उसे फिर कभी थाने का चार्ज नहीं दिया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने पहली अपराध समीक्षा बैठक में ही थाना प्रभारी निरीक्षकों को काम करने की सीख दे डाली। सभी प्रभारियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए उन्हें कापी थमा दी गई तो वह भी हैरत में पड़ गए। प्रश्न पत्र में थानेदारों से टॉप 10 अपराधियों के नाम पूछे गए थे। एक प्रश्न का जवाब देने में ही थानेदार तो दो तीन नाम ही लिख पाए। थानेदारों से दस हिस्ट्रीशीटर भू-माफिया के नाम भी पूछें गये। इन सवालों के सही जवाब अधिकतर थाना प्रभारी नहीं दे सके।पेपर के बाद पुलिस कमिश्नर ने निर्देश दिए कि घटना की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचने में देरी नहीं करेंगी।आम जनता से मधुर संबंध बनाए रखें। पुलिस कर्मी सीनियर सिटीजन महिलाओं और बच्चों, गरीबों के साथ बेहतर व्यवहार करेंगे। सभी थानेदार सुबह दस बजे तक जनता की शिकायतों को सुनेंगे।बीट अधिकारी अपनी बीट के अपराधियों पर नजर बनाए रखेंगे। उनका लेखा जोखा भी अपने पास रखेंगे। शिक़ायती पत्र मिलने पर एफआईआर दर्ज कर पीड़ित के घर पहुंचाई जाए।जुआ सट्टा और तस्करी आदि शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी पर लगातार काम करते रहे। भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया जाएगा।

पेपर में पूछे गए सवाल

1- थाना क्षेत्र के विभिन्न माफिया के नाम

2- थाना क्षेत्र के टाप 10 अपराधी

3- लूट डकैती आदि गंभीर अपराध कर सम्पत्ति अर्जित करने वाले 10 सक्रिय अपराधियों के नाम

4- थाना क्षेत्र के 10 हिस्ट्रीशीटर के नाम

5- थाना क्षेत्र में चेन स्नेचर और चोरी की घटनाओं में लिप्त 10 अपराधियों के नाम

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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