हरदोई उत्तर प्रदेश – (एम सलीम खान ब्यूरो) आजाद समाज पार्टी के चीफ और नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने सोमवार को हरदोई पहुंचे इस दौरान उन्होंने जिला कारागार में निरुद्ध समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आज़म खान से मुलाकात कर भारतीय जनता पार्टी पर बेहद संगीन आरोप लगाएं सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि आज़म खान के परिवार से उनका पारिवारिक ताल्लुक है, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज़म खान के परिवार के साथ जो अत्याचार और ज़ुल्म सितम हो रहे हैं।
सरकार बदलते ही उनका हिसाब लिया जाएगा, उन्होंने कहा सपा के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आज़म खान से मिलने किसी राजनीतिक तौर पर नहीं आया हूं बल्कि अब्दुल्ला आज़म खान मेरे छोटे भाई जैसे हैं इसलिए उनसे मिलने आया हूं, हरदोई कारावास में बद सपा के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आज़म खान से मुलाकात के बाद सांसद आजाद ने वहां मौजूद पत्रकारों से बातचीत करते कहा कि इस मुलाकात को सियासी तौर पर न लें।
बल्कि मैं अपने छोटे भाई से मिलने आया हूं उन्होंने कहा कि इस मुलाकात से आजम खान से मेरे रिश्ते और मजबूत होंगे, सांसद आजाद ने कहा कि ये बंटेंगे तो कटेंगे की बात करते हैं लेकिन हम पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे की बात करते हैं, इनमें और हम में बहुत बड़ा अंतर है, उन्होंने कहा कि जब भी मैं किसी को तकलीफ़ में होता था तो आज़म भाई का और उनके पूरे परिवार का सहयोग मुझे हमेशा मिलता था।
और आज मैं उसी रिश्ते को और मजबूत करने के लिए अपने छोटे भाई से मिलने आया था, इस मुलाकात को लेकर आज़ाद ने स्पष्ट किया कि मुझे बेहद खुशी है मेरा मानना है कि जेल में बंद हैं तो परेशान होंगे लेकिन जिस तरीके से मुलाकात हुई इससे लगता है कि वह एक बहादुर और शेर व्यक्ति हैं और अपने लिए संघर्षरत हैं, और जो हालात हैं वह छुपे हुए नहीं हैं मैंने उनके केसो को गौर से पढ़ा है और अदालती आदेश भी पढ़ें है,हम सड़क से लेकर संसद तक इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
इस तकलीफ और दिक्कतों में हम खान परिवार को अकेले नहीं छोड़ेंगे हमें इस बात का बेहद दुख है कि सरकार में बैठे लोग अहंकार में चूर होकर दमन और ज़ुल्म कर रहे हैं, फर्जी मुकदमे लगाकर उन्हें कथित तौर पर फंसाया गया है उन्होंने कहा कि उनके सभी केसो में वादी कह रहे हैं कि हमारा कोई नुक्सान नहीं हुआ है सरकार कह रही है हमने कुछ खरीदा नहीं है, उसके बाद भी सजा, चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि उनके खिलाफ हर रोज होने वाले मुकदमे यह साबित करते हैं कि यह सब सरकार की मंशा और देखरेख में हुआ था।