ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भेजी चादर हिंदू सेना ने जताया आक्रोश

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दिल्ली ब्यूरो के सौजन्य से – नयी दिल्ली – (एम सलीम खान ब्यूरो) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अजमेर दरगाह के सुलताने हिंद ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह पर चादर पोशी के विशेष चादर भेजी है इस चादर को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स के दौरान दरगाह पर चढ़ाया जाएगा।

अब तक सभी प्रधानमंत्रियों ने हर साल ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर पेश करने का यह सिलसिला लंबे अर्से से चला आ रहा है और यह एक पुरानी रस्म अदायगी है, भारत सरकार के केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और संसदीय मंत्री करेन रिजिजू 4 जनवरी को अजमेर जा रहे हैं जहां वे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर उर्स के मुबारक मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भेजी गई चादर पेश करेंगे और देश में अमन और शांति की दुआ करेंगे।

अजमेर शरीफ दरगाह के मुख्य गद्दी नशीन नसीरुद्दीन चिश्ती ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से भेजी गई चादर उन लोगों को करारा जबाब है जो लोग पिछले पांच छह महीनों से मंदिर -मस्जिद करके धार्मिक उन्माद पैदा कर आपसी सौहार्द को बिगड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

जबकि सरकार देश की सभ्यता और संस्कृति का सम्मान क़ायम करे हुई है, चिश्ती ने कहा कि इस बयान से हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दरगाह को लेकर दायर याचिका से जोड़ कर देखा जा रहा है पिछले साल नवंबर के माह में अजमेर की एक नीचली अदालत ने हिंदू सेना नामक संगठन की उस याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकृत कर लिया था।

जिसमें इस बात का दावा किया गया था कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह एक शिव मंदिर के ऊपर बनाईं गई है, उन्होंने कहा कि लंबे अर्से से देश के अलग-अलग प्रधानमंत्री और विभिन्न दलों की सरकारों की आस्था ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह से जुड़ी हुई है और यह सिलसिला सालों साल यूंही कायम रहेगा।


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