एम सलीम खान ब्यूरो
रुद्रपुर – विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद कुछ कांग्रेसियों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के बागी तेवरों अपनाया है,इनका कहना है इन दोनों पद अधिकारियों ने कांग्रेस को गर्त में धकेल दिया, और लगातार कांग्रेस चुनावों में खराब प्रदर्शन करती आ रही है, दरअसल बीते विधानसभा चुनावों में रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती मीना शर्मा को भाजपा उम्मीदवार और शहर विधायक शिव अरोरा के हाथों के करारी हार मिली थी,उस समय भी कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने संगठन की उम्मीदवार श्रीमती मीना शर्मा को चुनाव लडने में कोई सक्रिय भूमिका नहीं निभाई थी, सूत्रों की मानें तो इन दोनों ने मीना को चुनाव हारने के लिए अंदरुनी साज़िश रचाईं और एसी के कमरों में बैठकर विपक्षी दल को गोपनीय समर्थन दिया था, जिसके बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को नैनीताल ऊधम सिंह नगर सीट से करारी हार मिली,इन चुनावों को इन दोनों नेताओं ने बेहद हल्के में लिया और कांग्रेस उम्मीदवार प्रकाश जोशी इनकी घिनौनी राजनीति का शिकार हो गए और चुनाव में औंधे मुंह गिर गये।
कहा निकाय चुनावों में जीत के लिए बदलाव जरूरी
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अगर कांग्रेस निकायों में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है उसे संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव करना होगा, उन्होंने कहा कि अगर संगठन ने ऐसा नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं है जब जिले में कांग्रेस का नामोनिशान नहीं रहेगा।
हिमांशु गावा के तजुर्बे की कमी बताई
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रतिनिधि साजिद खान ने हमसे बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जिले और नगर की कार्यकारिणी का विस्तार अगर पूर्व मंत्री और किच्छा विधायक तिलक राज बेहड की राय शुमारी के बाद किया होता तो कांग्रेस की इस तरह की दयनीय स्थिति नहीं होती, उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने अपने आप को साबित करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी, लेकिन उनके पास तर्जुबे की बेहद कमी है, उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस के जमीनी नेताओं को अपने विश्वास में लेना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पूराने कांग्रेसी नेताओं को नजरंदाज कर दिया, हिमांशु गावा ने पुराने चेहरों की जगह नये चेहरों को अहमियत दी और उन्हें दूध में गिरी मक्खी समझ पूछा तक नहीं,जिसका नतीजा यह हुआ कि मीना शर्मा और प्रकाश जोशी दोनों हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी के गलत रणनीति का शिकार हो गए, उन्होंने कहा आने वाले निकायों में कांग्रेस के सामने जीत हासिल करना एक बड़ी चुनौती है, और कांग्रेस को इन चुनावों में जीत दर्ज करानी है तो संगठन में पुराने कांग्रेसियों को अहमियत देना जरूरी है, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के कांग्रेस में शामिल होने पर साजिद खान ने कहा कि यहां कांग्रेस फिर एक बार बड़ी ग़लती कर बैठेगी, उन्होंने कहा कि अगर ठुकराल कांग्रेस में कांग्रेस ने शामिल होते हैं तो मेरा दावा है कि कांग्रेस अपने पेर में खुद ही कुल्हाड़ी मरने का काम करेगी, उन्होंने कहा कि ठुकराल के कांग्रेस में आने के बाद खुद्दार कांग्रेसी इस बात को जरा भी स्वीकार नहीं करेंगे, उन्होंने कहा जो व्यक्ति अपने खुद के संगठन का नहीं हो सका उसे कांग्रेस में शामिल होने का कोई अधिकार नहीं है, उन्होंने कहा ठुकराल ने विधायक रहने के रहने के दौरान जो जहर उगला हम उसे कदापि नहीं भूला सकतें हैं, और फिर ख़ुद भाजपा कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय की रहनुमाई करने वाली पार्टी बतातीं है, फिर ठुकराल कांग्रेस को कैसे बर्दाश्त करेंगे।