हल्द्वानी – हल्द्वानी शहर के संवेदनशील क्षेत्र बनभूलपुरा से लापता दो युवतियों का सुराग न मिलने पर लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा। गुस्साए लोगों ने शहर की कोतवाली घेर ली। सड़क पर जमा सैकड़ों लोग एक ही सवाल पूछ रहे थे कि पुलिस क्या कर रही है? एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े लोगों का गुस्सा देख पुलिस भी बैकफुट पर रही और उन्हें समझाती रही। पांच घंटे तक चले हंगामे के दौरान भाजयुमो, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, गौरक्षक दल समेत अन्य संगठनों ने पुलिस बहुउद्देशीय भवन में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी पुलिस अफसरों पर एक के बाद एक सवालों की बौछार कर रहे थे लेकिन अफसरों के पास जवाब नहीं थे। वहीं एसएसपी के मौके पर न आने से नाराज संगठनों ने एसएसपी का पुतला फूंकने की भी कोशिश की। पुलिस बहुउद्देशीय भवन और थाने में पांच घंटे तक अफरातफरी का माहौल रहा। पांच घंटे बाद पहुंचे एसएसपी के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी वापस चले गए।
मोहल्ले के ही 16 वर्षीय किशोर पर आरोप
तीन दिन पहले बनभूलपुरा थाना क्षेत्र से कक्षा 9 और 11 में पढ़ने वाली दो छात्राएं अचानक लापता हो गई थीं। आरोप है कि मोहल्ले में रहने वाले एक विशेष समुदाय के 16 वर्षीय किशोर ने दोनों को भगाकर ले गया। इस मामले में शुक्रवार को लोगों ने बनभूलपुरा थाने में हंगामा किया।
रविवार को जब चौथे दिन भी नाबालिग छात्राओं का कोई सुराग नहीं लगा तो दोपहर 12 बजे भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष कार्तिक हरबोला, भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष नन्हे कश्यप, भाजपा किसान मोर्चा के कमल मुनि, शिवसेना के रूपेंद्र नागर, गौरक्षक दल के जोगेंद्र सिंह राणा और बजरंग दल के पदाधिकारी एसएसपी पीएन मीना से मिलने पुलिस बहुउद्देशीय भवन पहुंचे।
एसएसपी के न मिलने पर लोग उन्हें बुलाने पर अड़ गए। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र, सीओ नितिन लोहनी समेत तमाम पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे। अफसरों ने बताया कि एसएसपी तत्काल नहीं आ सकते। इससे गुस्साए लोगों ने मौके पर ही पुलिस और एसएसपी के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर साढ़े तीन बजे तक एसएसपी नहीं आए तो उनका पुतला फूंकेंगे। शाम पांच बजे एसएसपी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों नाबालिग लड़कियों को जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा। उन्होंने जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
पांच घंटे में पांच बार की वार्ता विफल
एसएसपी वीवीआईपी ड्यूटी पर थे और उनका तुरंत आना संभव नहीं था। संगठन के लोग एसएसपी से आश्वासन चाहते थे। इसके बाद पुलिस अफसरों ने प्रदर्शनकारियों से पांच बार वार्ता की। पहले कोतवाल, फिर बनभूलपुरा थाना प्रभारी, सीओ नितिन लोहनी और एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने पांच बार प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों को मना नहीं पाए।
आधे घंटे तक नैनीताल रोड जाम
संगठन और भाजपा के लोग एसएसपी का पुतला लेकर नैनीताल रोड पर पहुंच गए। इससे हाईवे पर जाम लग गया। पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के सड़क पर आ जाने से जाम लंबा होता गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। इससे नैनीताल रोड के दोनों ओर करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस दौरान आधे घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही।
पुलिस और संगठन के लोगों में नोकझोंक
एसएसपी का पुतला फूंकने को लेकर पुलिस और संगठन के लोगों में खूब नोकझोंक हुई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की सीओ, एसओ बनभूलपुरा, कोतवाल से नोकझोंक हुई। किसी तरह पुलिस ने पुतले को खींचकर अपने वाहन में रखा। इस दौरान सीओ सिटी की नेम प्लेट नीचे गिर गई और उनकी पैंट भी फट गई।
बहुउद्देशीय भवन में पढ़ी हनुमान चालीसा
संगठन के लोग एसएसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। एसएसपी के न आने पर संगठन के लोगों ने पुलिस बहुउद्देशीय भवन के सामने ही हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया। इससे पुलिस असहज नजर आई। इस दौरान सीओ सिटी नितिन लोहनी ने प्रदर्शनकारियों की एसएसपी से बात भी कराई लेकिन वह नहीं माने। उन्होंने साफ कहा कि जब तक एसएसपी मौके पर आकर आश्वासन नहीं देते, तब तक वह मौके पर ही बैठे रहेंगे।
प्रदर्शन में गुटबाजी भी, समय बीतने के साथ घटती गई भीड़ की संख्या
प्रदर्शनकारियों में कई संगठनों और राजनीतिक दलों के लोग थे। इसी बीच पुलिस ने कुछ प्रभावशाली लोगों को बातचीत के लिए अलग से बुलाया, जिससे प्रदर्शनकारियों में गुटबाजी शुरू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने अपने ही लोगों पर अफसरों के बीच प्रभाव जमाने की कोशिश करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। समय बीतने के साथ ही प्रदर्शनकारियों की संख्या भी कम होने लगी।