
ब्यूरो एम सलीम खान
रुद्रपुर – रुद्रपुर करीब चार साल पहले नाबालिग किशोरी अलीशा के हत्याकांड में अब नया मोड़ आ गया है। माना जा रहा है कि इस जघन्य हत्या के मामले चार साल बाद नये सिरे जांच पड़ताल हो सकती है। और हत्या में शामिल आरोपी अफजल पर कानूनी शिकंजा कस सकता है। मृतक अलीशा के पीड़ित मां बाप ने अदालत से न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल साल 2021 में 23 अगस्त को रेशम बाड़ी थाना रुद्रपुर क्षेत्र के रहने वाले अशरफ और अशरफ की नाबालिग बेटी अलीशा अपने ही घर में फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली थी। उस समय अशरफ और उसकी पत्नी कहीं मजदूरी करने गए हुए थे। और उनकी दोनों बेटियां अलीशा और आयशा घर पर मौजूद थी। इसी बीच उनकी नाबालिग बेटी आयशा अपनी बहन अलीशा को घर पर अकेला छोड़ कर घर से बाहर खेलने चली गई।
इसी दौरान दोपहर के करीब 3:30 बजे जब अलीशा घर पर अकेली थी तो उसके अकेले पन का फायदा उठाकर शहर के वार्ड नंबर 13 खेड़ा कालौनी अफजल पुत्र अय्यूब उर्फ गुड्डू अशरफ के घर में घुस गया। आरोप है कि अफजल ने उनकी बेटी अलीशा जो नाबालिग थी उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया और विरोध करने पर आरोपी अफजल ने उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया।
जिसके बाद और कथित आरोपी अफजल उनके घर में रखे रुपए पैसे लूटकर भाग खड़ा हुआ,इस मामले में कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अलीशा के शव का पोस्टमार्टम कराया और एफ आई आर नंबर 404/2021 के अंतर्गत धारा 306 आईपीसी और 504 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन मृतक अलीशा के माता-पिता का आरोप है कि उसकी हत्या कर उसके शव को घर में फांसी के फंदे से लटका दिया गया। और इस हत्याकांड में अफजल मुख्य आरोपी हैं, जिसने उनकी बेटी की हत्या कर उनके घर में लूटपाट की और मौके से फरार हो गया,
पुलिस की कार्रवाई को मृतका अलीशा के माता-पिता ने देहरादून में जाकर उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित मुख्य सचिव डा एस एस संधू और ग्रह सचिव को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी, जिसके बाद पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जनपद ऊधम सिंह नगर में तैनात पूर्व पुलिस अधीक्षक नगर ममता बोहरा को इस मामले में जांच के आदेश दिए थे,
वहीं विभिन्न सामाजिक संगठनों सहित बहुजन छात्र संगठन और केन्द्रीय दिव्यांग कल्याण परिषद रजि उत्तराखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले को शहर के अम्बेडकर पार्क में सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया, जिसके बाद शहर कोतवाल के पूर्व प्रभारी निरीक्षक विक्रम राठौर ने इस संगीन मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया, वहीं वरिष्ठ वकील नरेश रस्तोगी ने बताया कि अलीशा हत्या कांड मामले में कोतवाली पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट मा न्यायालय में दाखिल की है जिसके बाद मृतका अलीशा के माता-पिता को मा न्यायालय पंचम एसीजेएम कोर्ट में तलब किया गया और पुलिस द्वारा भेजी गई अंतिम रिपोर्ट पर आपत्ति हेतु तलब किया गया था, उन्होंने बताया कि मृतका के माता-पिता ने पुलिस अंतिम रिपोर्ट पर अपत्ति दर्ज कराई है, जिसके बाद न्यायाधीश नदीम अहमद की अदालत ने इस मामले में पुनः सुनवाई के लिए 20 जुलाई की तिथि निर्धारित कर दी है,
उन्होंने कहा 20 को अब इस मामले पर सुनवाई की जाएगी, माना जा रहा है मृतका अलीशा के माता-पिता की आपत्ति के बाद अब इस हत्याकांड की नये सिरे जांच हो सकती है वहीं वरिष्ठ वकील नरेश रस्तोगी ने बताया हम मा न्यायालय से जघन्य मामले की जांच रुद्रपुर कोतवाली की जगह अन्य किसी थाने से करने की मांग कोर्ट के समक्ष पेश करेंगे।

