लालकुआं/नैनीताल – भाजपा के नैनीताल दुग्ध उत्पादन सहाकारी संघ के तथा कथित अध्यक्ष मुकेश बोरा के खिलाफ दुग्ध संघ में कार्यरत एक महिला कर्मी ने उनके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया इस मामले में पीड़िता के पुलिस ने 164 के अंतर्गत मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज होने के बावजूद भी आरोपी मुकेश बोरा अब तक गिरफ्तार नहीं किया है, जिसके बाद पीड़िता ने मीडिया के सामने आकर पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दे डाली है कि अगर पुलिस ने इस मामले के आरोपी भाजपा नेता और नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को और उनके सहयोगी चालक अगले 24 घंटे में गिरफ्तार नहीं किया तो महिला लालकुआं कोतवाली के सामने आत्मदाह कर लेगी।
महिला ने लालकुआं के हल्दीचौड में स्थित एक रेस्टोरेंट में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए अपनी दर्द भरी दास्तां बयां करते हुए आप बीती सुनाई और पुलिस महकमे पर मामले में आरोपी मुकेश बोरा के खिलाफ कारवाई न करने का संगीन आरोप लगाया पीड़िता का कहना था कि आरोपी ने उसके साथ साथ उसकी छोटी मासूम बेटी पर भी हैवानियत नजर डाली जिसका उसने अपने दर्ज बयानों में जिक्र किया है वहीं पुलिस जांच के दौरान विवेचना अधिकारी को भी सभी जगहों से साबूत भी मुहैया करा दिए हैं इसके बावजूद भी कोतवाली पुलिस आरोपी मुकेश बोरा और उसके सहयोगी चालक को गिरफ्तार करने से बच रही है पीड़िता ने पुलिस महकमे को खुली चुनौती दी कि अगर पुलिस ने 24 घंटे में आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह लालकुआं कोतवाली के सामने आत्मदाह कर लेगी।
यह हैरानी इस बात को लेकर है कि लालकुआं दुग्ध उत्पादन संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा और उसके सहयोगी चालक को पुलिस द्वारा आखिर क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है? मतलब साफ है कि सत्ता धारी लोग महिला के साथ दुष्कर्म के आरोपी को सत्ता पक्ष के दबाव में आकर बचाने का प्रयास कर रही है, महिला के इन बयानों से उत्तराखंड में शासित धामी सरकार फिर एक बार हाशिए पर आ गई है, अभी कुछ रोज पहले ही सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आला पुलिस अफसरों के पेंच कसे है और महिलाओं से जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाने सहित इन मामलों के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन लालकुआं दुष्कर्म मामले के आरोपित को पुलिस किसकी शह पर बचा रही है यह एक प्रश्न वाचक सवाल है।
एम सलीम खान ब्यूरो