राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं के साथ हो रहे जघन्य अपराधों को लेकर कल ऊधम सिंह नगर में भरेगी हुंकार विपक्षी कांग्रेस

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ऊधम सिंह नगर – उत्तराखंड राज्य में बीते कुछ महीनों से बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर विपक्षी दल कांग्रेस लगातार हावी हो रहीं हैं,पूरे उत्तराखंड में महिलाओं के साथ एक के बाद एक बल्तकार, हत्या, डकैती,लूट, जैसी वारदातों में इजाफा हुआ है, अधिकांश मामले महिलाओं से जुड़े देखने को मिल रहें हैं,यह बता दें उत्तराखंड का सबसे चर्चित मामला अंकिता भंडारी हत्याकांड बना हुआ है, अंकिता भंडारी मामले में विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार अंकिता भंडारी मार्डर में कुछ सफेद पोश नेताओं को बचाने का काम कर रही है।

 

कांग्रेस का कहना है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में जिन आरोपियों को सत्ता पक्ष बचाने में लगा हुआ है वो भाजपा के ही लोग हैं, कांग्रेस लंबे समय से अंकिता भंडारी हत्याकांड में शामिल आरोपियों को सार्वजानिक करने की मांग करती आ रही है, लेकिन इस मामले में सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं,इस हत्याकांड के बाद भाजपा सरकार के लिए एक ओर बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई, ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर में नैनीताल हाइवे पर स्थित फुटेला अस्पताल में नौकरी करने वाली गदरपुर की रहने वाली एक नर्स तसलीम जहां के साथ जघन्य कृत्य कर उसके शरीर के टुकड़े कर दिए गए और घातक केमिकल से तसलीम जहां की पहचान छिपाने का जघन्य कृत्य किया गया, हालांकि इस मामले में ऊधम सिंह नगर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी ने अनन फनन में खुलासा करते हुए एक नशेड़ी युवक को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया, लेकिन नर्स तसलीम जहां के परिजनों का कुछ ओर ही कहना था,उनका कहना था कि पुलिस ने इस मामले में शामिल फुटेला अस्पताल के कुछ रसूखदार लोगों को बचाने का काम किया है,

 

और पुलिस ने जिसे इस मामले में गिरफ्तार किया उन्हें उस पर संदेह है, जिसके बाद ऊधम सिंह नगर में जोरदार प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया, छात्रों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया लगाते हुए पुलिस और फुटेला अस्पताल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और मामले की सीबीआई जांच की वकालत करते हुए फुटेला अस्पताल को बंद करने की मांग कर दी,उधर दूसरी तरफ विपक्षी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और सरकार के पुतले जलाए लेकिन कांग्रेस के ऊधम सिंह नगर के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा यहां एक ऐसी ग़लती कर बैठे कि उन्हें पूरे जिला का ग़ुस्सा झेलना पड़ा दरअसल कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने एक प्रदर्शन के दौरान फुटेला अस्पताल के मुख्य प्रबंधक डा फुटेला से अपनी दोस्ती बरकरार रखने के लिए उन्हें शहर का प्रतिष्ठित डॉ बताया और मृतक नर्स के चरित्र पर अंगुली उठाने का काम किया जिसके बाद उनके पुतले जलाए गए विरोध प्रदर्शन किया इन मामलों को देखते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा हरकत में आ गए और उन्होंने अपने बयान को लेकर मीडिया के सामने आने में जरा भी देर नहीं की और अपने तथा कथित बयान पर माफी मांगी, लेकिन उनका एक बयान कुछ धर्म विशेष लोगों के दिलों में जहरीले तीर की तरह पेवस्त हो गया, जिसके बाद उन्होंने फिर एक नयी चाल चलते हुए कांग्रेस के कुछ ऐसे ठेकेदारों की जमात को इकठ्ठा किया।

 

और फिर नयी बाजी खेल दी,गावा की इस जमात में चंद कांग्रेस के ठेकेदारों ने निकायों में टिकट लेने के लिए जमकर हिमांशु गावा की जी हुजूरी की यह बता दें कि जबकि इन मुठ्ठी भर मठाधीशों की अपने ही समाज में कोई किरदार नहीं है, जिसके बाद किच्छा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तिलक राज बेहड ने यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित भुल्लर की अगुवाई में एक दिवसीय सांकेतिक धरने में शामिल होकर पुलिस की पृष्ठभूमि को संदेह में लिया और उन्होंने वो वो खुलासे किए जिन्हें जानकर आम जनता भी हैरत में पड़ गयी, वहीं अब कांग्रेस फिर एक बार उत्तराखंड की बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार को जगाने का काम करने जा रही है,9 सितंबर को कांग्रेस के दिग्गज ऊधम सिंह नगर के जिलाअधिकारी के कार्यलय का घेराव करेंगे, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है।

एम सलीम खान ब्यूरो


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