हल्द्वानी -(आरिश सिद्दीक़ी) विधायक सुमित हृदयेश ने जिला प्रशासन पर विकास कार्यों में भेदभावपूर्ण रवैय्या अपनाने का आरोप लगाते हुये कहा कि अधिकारी सतारूढ़ दल के नेताओं के इशारों पर नाच रहे है हाल यह है कि क्षेत्रीय विधायक स्तर से अग्रसरित प्रस्तावों तक को जिला प्रशासन द्वारा दरकिनार कर दिया जा रहा है।
विधायक हृदयेश आज यहां अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े तमाम समस्याओं को लेकर कांग्रेस 30 सितम्बर को प्रातः 10 बजे जन आक्रोश रैली के माध्यम से जिलाधिकारी के आवास का घेराव करेंगी। विधायक ने कहा कि रैली में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता शिरकत करगें।
आइएसबीटी, बिजली के बिलों से जुड़ी समस्याओं, सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा, आवारा पशुओं से हो रहे जान-माल के नुक्सान का जिक्र करते हुये विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि प्रदेश में समस्याओं का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है लेकिन भाजपा सरकार को इससे कुछ भी लेना देना नहीं है। गौला के क्षतिग्रस्त हुये पुल का मामला उठाते हुये उन्होंने कहा कि 9 करोड़ 50 लाख की मिट्टी भरकर उसे बहा दिया गया।
और अब फिर से पुल निर्माण के लिये 24 करोड़ के टेन्डर डालने की बात कही जा रही है। आवारा पशुओं द्वारा किये जा रहे जान माल का जिक्र करते हुये विधायक ने कहा कि लम्बे समय से गौशाला बनाने की बाते हो रही थी लेकिन वह भी नहीं बन पायी, और वर्तमान में उसे राजपुरा के रिहायशी इलाके से संचालित किया जा रहा है, जो कि पूर्णतय गलत है। होली ग्राउन्ड का मामला उठाते हुये उन्होंने कहा कि उस दिन जो कुछ भी हुआ वह शहर की फिजा को खराब करने की कोशिश थी ऐसे तमाम लोगों को चिन्हित किया जाना चाहिए।
गौला नदी द्वारा लगातार किये जा रहे भूकटाव को उल्लेख करतु हुये उन्होंने कहा कि कलसिया नाले में तीन मकान आपदा की भेट चढ़ गये इस दौरान सरकार द्वारा आपदा मद में जो धनराशि प्रभावितों को उपलब्ध करायी गयी वह बेहद कम है। उन्होंने कहा कि आपदा के कमजोर मानकों में बदलाव किया जाना चाहिए। प्रेस वार्ता में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, हेमंत बगड़वाल, गोविन्द बिष्ट, राहुल छिमवाल, जगमोहन चिलवाल, भोला भट्ट मुख्य रूप से उपस्थित थे।