40वे दिन भी धरने पर डटे रहे डोल्फिन कंपनी के मजदूर 10 अक्टूबर से आमरण अनशन की चेतावनी

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पंतनगर –डॉल्फिन मजदूर संगठन के अध्यक्ष ललित कुमार ने कहा कि 10 अक्टूबर 2024 को डॉल्फिन कम्पनी की महिला मजदूरों के नेतृत्व में डॉल्फिन मजदूर संगठन, संयुक्त किसान मोर्चा और श्रमिक संयुक्त मोर्चे के बैनर तले गाँधी पार्क रुद्रपुर जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड) में प्रातः11 बजे से मजदूर किसान पंचायत का आयोजन किया जा रहा है।उसी दिन महिला मजदूरों के नेतृत्व में डॉल्फिन मजदूरों और उनके परिजनों द्वारा पंचायत स्थल पर ही आमरण अनशन प्रारम्भ किया जायेगा।

पंचायत में श्रम विभाग और प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित की जायेगी कि आखिर किस मजबूरी के कारण श्रम विभाग और प्रशासन द्वारा डॉल्फिन कम्पनी में बुनियादी श्रम कानूनों, भारतीय संविधान, माननीय सर्वोच्च न्यायालय और माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेशों का घोर उल्लंघन करने वाले कंपनी मालिक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करके पीड़ित मजदूरों को न्याय दिलाने के स्थान पर उक्त काले कारनामे में लिप्त डॉल्फिन कम्पनी मालिक प्रिंस धवन को ही संरक्षण दिया जा रहा है?

क्यों डॉल्फिन, लुकास, इंटरार्क और करोलिया सहित अन्य कम्पनियों के पीड़ित मजदूरों को न्याय नहीं मिल रहा है? ALC महोदय द्वारा समझौता कराने के स्थान पर मामलों को लेबर कोर्ट क्यों भेजे जा रहे हैं? श्रम विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा क्यों बन गया है और वायरल वीडियो में नोटों की गड्डियों का राज क्या है और संदिग्ध ब्यक्ति कौन है जो वहां बदहवास होकर इधर उधर टहल रहा है?

डॉल्फिन कंपनी की महिला मजदूरों का गाँधी पार्क रुद्रपुर में 3 अक्टूबर 2024से जारी क्रमिक अनशन आज चौथे दिन भी जारी रहा |तो वहीं पारले चौक में 28 अगस्त 2024 से जारी धरना और कार्यबहिष्कार आज 40 वें दिन भी जारी रहा।

डॉल्फिन मजदूर संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता ने कहा कि हमारी कोई मांग थी ही नहीं। बल्कि हम तो डॉल्फिन कम्पनी में बुनियादी श्रम कानूनों को लागू कराने की मांग कर रहे थे। अनशन में बैठी महिलाओं सहित कंपनी मालिक ने करीब 4000 परमानेंट मजदूरों को ठेकेदार की नौकरी के गड्डे में धकेलकर और 48 मजदूरों को नोटिस और आरोप दिए बिना उनका गेटबंद करके भविष्य बर्बाद कर दिया है,जिसके खिलाफ हम इंसाफ मांग रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं? कानूनों के हिसाब से न्यूनतम वेतन और बोनस मांग रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं?

श्रमिक नेता पिंकी गंगवार ने कहा कि श्रम विभाग, जिला प्रशासन और शासन स्तर के अधिकारी सभी डॉल्फिन कम्पनी मालिक के साथ मिले हुए और उन्हें पूरा संरक्षण दे रहे हैं इसीलिए हमें न्याय नहीं मिल पा रहा है |हमें आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर करके अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर कर रहे हैं। श्रम भवन के कर्मचारी खुद ही वीडियो वायरल करके अधिकारों के चैमबर में संदिग्ध ब्यक्ति और नोटों की गड्डियों को दिखाकर चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे हैं। जिससे साफ साफ जाहिर हो रहा है कि हमें न्याय क्यों नहीं मिल पा रहा है?

डॉल्फिन मजदूर संगठन के महामंत्री वीरू सिंह ने कहा कि मजदूर किसान पंचायत और आमरण अनशन के कार्यक्रम की तैयारियां जोरदार तरीके से चल रहीं हैं। कार्यक्रम हेतु होर्डिंग्स, पर्चे और आमत्रंण पत्र छपवा दिए गए हैं और प्रचार प्रसार शुरू हो चुका है। हम इस बार यादगार पंचायत और आमरण अनशन करेंगे।

क्रमिक अनशन में रचना, कृष्णा देवी,प्रेमवती,ममता, सीमा,सोनू बैठे ।साथ में सुनीता,मीना,सहेजमीन,नीरज,रजनी,शिवांगी,ममता गंगवार, नशीमजहन,सहित सैकड़ों मजदूर साथियो ने भागेदारी की ।

एम सलीम खान ब्यूरो


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