देहरादून – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से हुई पैरवी में गौर लापरवाही बरतने पर गहरी नाराज़गी जताई है, उन्होंने सख्त नसीहत देते हुए कहा कि कोर्ट में ठोस कार्रवाई के लिए पूरे मनोयोग से काम किया जाएं, पिछले कुछ दिनों से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से हुई पैरवी कमजोर पड़ रही है,जिसे लेकर सीएम धामी ने गहरी नाराज़गी जताई है।
सीएम धामी ने सचिवालय में न्याय विभाग से संबंधित अनेक विषयों पर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट और उत्तराखंड उच्च न्यायालय में प्रदेश से जुड़े विभिन्न विषयों में ठोस पैरवी करे उन्होंने कहा कि उत्तराखंड युवा प्रदेश है राज्य के सग्रम विकास के लिए हम सब को नयी कार्य संस्कृति के साथ आगे बढ़ना होगा, सीएम ने कहा कि अदालतों से संबंधित मामलों में कार्रवाई में गति लाने के लिए डिजिटल का अधिक से अधिक उपयोग किया जाएं।
और यह भी सुनिश्चित किया जाए प्रदेश से विषयों पर पैरवी बेहद मजबूत के साथ हो प्रदेश की विकास यात्रा में हम सबको सहयात्री बनकर काम करना है, सभी को अपने कार्यों और दायित्व को पूरे मनोयोग से निर्वाहन करना जरूरी है, सीएम ने कहा कि कार्य संस्कृति में नवाचार ज़रुरी है परम्परागत से हटकर हमें अपने अभिनव को प्रयोग पर अधिक ध्यान होगा उन्होंने कहा कि अदालतों में सरकार की पैरवी सशक्त होने चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश के जनहित से जुड़े विषयों पर पूरी तरह से मजबूत पैरवी के लिए शासन और सरकारी अधिवक्ताओं के बीच नियमित समन्वय बरारक होना जरूरी है कार्यों के सफल क्रियान्वयन के लिए परफोर्मेंस आधारित दृष्टि कोण होना जरूरी है सीएम ने कहा कि किसी भी काम में सुधार की संभावना हमेशा रहती है।
जन समस्याओं को कम करने में समाधान की ओर विशेष तौर पर ध्यान देना की जरूरत है बैठक में अधिवक्ता जरनल एस एन बाबुलकर प्रमुख सचिव न्याय विभाग प्रदीप पंत, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु सरकारी अधिवक्ता अमित भट्ट,जी एस एस रावत शैलेश बंगाली एस एन पांडे अपर सचिव जे सी कांडपाल और न्याय विभाग से संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
एम सलीम खान ब्यूरो