देहरादून – (एम सलीम खान ब्यूरो) राज्य के नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ कार्यभार ग्रहण करने के बाद अपनी प्राथमिकताएं गिनाई साइबर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर फोकस देने की बातें कही हैं,नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि प्रदेश की पुलिसिंग पीड़ित पर केंद्रित होगी, उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस को और अधिक पारदर्शी और जनहितैषी बनाने पर जोर दिया जाएगा।
प्रदेश में यातायात प्रबंधन के लिए भी बड़ी योजनाएं बनाएं जाने पर गौर दिया जाएगा, कार्यभार ग्रहण करने बाद नव नियुक्त डीजीपी दीपम सेठ अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि राज्य में साइबर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बड़ी चुनौती है, ऐसे में इन्हें और मजबूत करना मेरी प्राथमिकता में शामिल रहेगा, उन्होंने कहा कि सड़क हादसों पर किस तरह लगाम लगाईं जाएं इसके नये स्तर से सुदृढ़ कार्य योजना बनाई जाएगी।
उन्होंने साफ कहा कि अपराधियों की जगह जेल की कोठरी है, राज्य में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि इसके अलावा यहां पर आपदा प्रबंधन में किन किन चीजों और रणनीतियों की बेहद जरूरत है, इस पर भी गहनता से विचार विमर्श कर तकनीकों को और भी उन्नत किस्म किया जाएगा, डीजीपी ने कहा कि पुलिसिंग पीड़ित पर ज्यादा फोकस देंगी, जिसके इसे और अधिक पारदर्शी और जनहितैषी बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में यातायात प्रबंधन के लिए भी कार्य योजना पर फोकस दिया जाएगा, ऐसे जिम्मेदार पुलिस अफसरों और कर्मचारियों के साथ मिलकर इस मामले में एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर काम किया जाएगा, जिससे शहरों और राष्ट्रीय राजमार्ग पर बढ़ रहें सड़क हादसों पर अंकुश लगेगा उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं और मासूम बच्चों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की जाएगी, मौजूदा समय में जो पुलिस इस दिशा में कार्य कर रही है उनकी समीक्षा करते हुए इन्हें और सुदृढ़ बनाया जाएगा,दीपम सेठ उत्तराखंड के 13वें पुलिस महानिदेशक है।
गृह मंत्रालय ने अपने जारी आदेश में 1995 बैच के आई पी एस अफसर हैं,दीपम सेठ उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद के है, उन्होंने 12वीं तक शेरवुड नैनीताल में शिक्षा ग्रहण की जिसके बाद बिटृस पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की दीपम सेठ ने साल 1995 में भारतीय पुलिस सेवा के चयनित हुए थे,साल 1997 में ओस्मानिया विश्व विद्यालय से पुलिस प्रबंधन में मास्टर की डिग्री हासिल कर साल 2022 में आई आई टी रुड़की हरिद्वार से पीएचडी की,दीपम सेठ पीएसी मेरठ में कमांडेंट के पद पर रहे।
जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन कोसोवो में दीपम सेठ ने प्रोजेक्ट मैनेजर नियुक्त हुए, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल, और डीआईजी गढ़वाल के पद पर उसकी नियुक्ति की गई थी, पुलिस मुख्यालय में आईजी लॉ एंड ऑर्डर और पुलिस आधुनिकीकरण की अहम जिम्मेदारी दी गई थी,साल 2019 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे, जहां उन्होंने आईटीबीपी में नार्थ फ्रंटियर का आई जी नियुक्त किया गया था उत्तराखंड आने से पहले दीपम सेठ एडीजी एस एस बी की जिम्मेदारी निभा रहे थे, उन्हें 1996 में भूमानद मिश्रा मोमरियल ट्फी और एस्पीरेट डी काप्स मेंडल मिला।
साल 2004 में कोसोवो में सेवा के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक से नवाजा गया,साल 2011 में सराहनीय सेवाओं के लिए दीपम सेठ को पुलिस पदक से नवाजा गया और साल 2021 में वशिष्ठ सेवाओं के राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया,साल 2020-2021 में डीजी इसिग्निया एवं कमेंडेशन रोल में सिल्वर और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया साल 2021 में लद्दाख में सेवा के दौरान हाई एल्टीट्यूड मेडल मिला पुलिस स्पेशल ड्यूटी मेडल से सम्मानित किया स्नो लियोपार्ड के लिए गृह मंत्री का विरोध आपरेशन मेडल से सम्मानित किया गया था।