मुस्लिम समाज सहित अन्य धर्मों के अनुयायियों के काले चेहरे हुए उजागर सर्व धर्म एकता मंच के कार्यक्रम से बचते रहे कौम के गद्दार

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ऊधम सिंह नगर -(एम सलीम खान ब्यूरो) शायद ही ऐसा कोई शख्स होगा जो सर्व धर्म की बात करने से बचता होगा, बांग्लादेश में हिंसक घटनाओं को सीना पीटने वाले बड़े जनप्रतिनिधि शांति के लिए कितने चिंतित हैं इस बात का खुलासा कल रुद्रपुर में आयोजित एक बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों को रहे अत्याचारों को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में देखने को मिली।

दर असल इस जनसभा में विभिन्न धर्मों के अनुयायियों सहित कई राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों को अमित्रत किया गया, इसके लिए बकायदा पत्र भी भेजे गए थे, लेकिन इन चिंतित नेताओं और अनुयायियों ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी, सर्व धर्म समभाव की गधा पढ़ने वाले यह जनप्रतिनिधि देश और विश्व में शांति के खिलाफ नजर आए हां कौमी एकता और अखंडता को मजबूत करने के खास जनप्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

इस मामले को लेकर सर्व धर्म एकता मंच के मंच पर इन कथित जनप्रतिनिधियों की जमकर खिंचाई की गई और इनके विरोध की रणनीति बनाई गई, केन्द्रीय भाईचारा एकता मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार ने कहा कि जो लोग अमन और शांति की बात करते हैं और ऐसे मिसाल पेश करने वाले कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं उनका सर्व समाज में विरोध ज़रुरी है जिसमें कौमी एकता और अखंडता को खंडित करने वाले लोगों के चेहरे से नकाब उतर जाएं और उनके काले चेहरे आम जनता के सामने उजागर किए जाएं, वरिष्ठ समाजसेवी डॉ वकील अहमद मसूरी ने कहा कि जो लोग सिर्फ वोटो की राजनीति करते हैं।

और आपसी भाईचारा सौंदर्य बिगड़ कर सत्ता हासिल करना चाहते हैं ऐसे लोगों को खुले मंच पर नग्न कर उनके चेहरे के पीछे छिपे कथित चेहरे को आम जनता के पेश करने की बेहद जरूरत है, उन्होंने कहा कि अब सभी धर्मों को जागरूक होना होगा कि यह कथित लोग हमें आपस में बेर सिखा कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, कार्यक्रम के संयोजक एम सलीम खान ने कहा कि इस कार्यक्रम में हमने विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के अनुयायियों को अमित्रत किया था लेकिन ऐसे लोगों का समाज में विरोध ज़रुरी है।

उन्होंने कहा जो लोग भारत की कौमी एकता और अखंडता और सहिष्णुता के खिलाफ है उन लोगों के खिलाफ सभी चिंतित समाज को एक मंच पर आने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि अब देश में नफरत और ऊंच नीच की राजनीति को पनपने नहीं दिया जाएगा और विश्व में भारत को शांति का दूत घोषित करने के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष किया जाएगा, इस दौरान उन्होंने ऐसे लोगों की कड़ी निन्दा करते हुए उनके समाजिक बहिष्कार का आव्हान किया, इस दौरान पूर्व पार्षद सौरभ शर्मा, साहिल कक्कड़, गुरमीत सिंह, ऐहसास अली, अहमद शेख, रुखसाना बेगम, इशिता हुसैन, जमीन मंडल, अलका राय,तपस विश्वास, वर्ष खान, कामरान अली,वसीब खान सहित अन्य लोग मौजूद थे।


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