
रुद्रपुर – टेंपो चालकों ने सुब्रत विश्वास के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर आरटीओ कार्यालय व एसपी कार्यालय का घेराव किया। उनका कहना है कि रुद्रपुर के कई क्षेत्रों में पुलिस प्रशासन, सीपीयू यातायात पुलिस और आरटीओ के नाम पर टेंपो चालकों से अवैध वसूली की जा रही है। जिस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।
और रुद्रपुर चौकी और विभिन्न रुद्रपुर थानों के कई कांस्टेबल टेंपो चालकों को डरा धमका कर बिना सीएनजी खर्चे के अपराधियों को छोड़ने के लिए हल्द्वानी जेल और कोर्ट ले जाते हैं। और जब सीएनजी के लिए उचित पैसे मांगे जाते हैं तो वाहन सीज करने की धमकी देते हैं।
पुलिस कांस्टेबलों के ऐसे कृत्यों से पुलिस विभाग का नाम भी बदनाम हो रहा है। पुलिस को काम करने के लिए सरकार की तरफ से मासिक वेतन दिया जाता है। और अपराधियों को ले जाने के लिए सरकारी तंत्र वाहन उपलब्ध कराता है।
उन्होंने कहा कि टेंपो चालकों को अवैध तरीके से डराया धमकाया जाता है, जिस पर भी रोक लगनी चाहिए। जिससे क्षेत्र में कई अवैध वसूली करने वालों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। कि सरकार की जीरो प्रदूषण नीति के तहत यातायात व्यवस्था के लिए सीएनजी टेंपो का प्रयोग किया गया है।

पर्यावरण को हो रहे खतरों को देखते हुए सरकार की यह नीति सही भी है। लेकिन पर्यावरण के अनुकूल होने के बावजूद भी सीएनजी टेंपो चालकों के लिए स्थानीय स्तर पर सुविधाओं का अभाव है। जो निम्न प्रकार है:-
1- पुलिस कांस्टेबल द्वारा टेंपो चालकों को अवैध तरीके से हल्द्वानी जेल और कोर्ट ले जाना बंद करें ।
2- पुलिस कांस्टेबल को टेंपो चालक द्वारा न करने पर गाली गलौज देना और गाड़ी चीज करने की धमकी देना बंद करें।
3- टेंपो चालकों को हल्द्वानी जेल या कोर्ट ले जाया जा रहा है अपराधी को पहुंचाने के लिए तो कृपया उचित मूल्य प्रदान किया जाए ।
4- सी एन जी टेम्पो चालकों हेतु जगह निर्धारित कर टेम्पुस्टेण्ड बनवाया जाए।
5 – सी एन जी टेम्पो हेतु परमिट जोकि 4 किलोमीटर निर्धारित है को बढ़ाकर 16 किलोमीटर किया जाए।
6- – सी एन जी टेम्पो चालकों से अवैध वसूली बंद करवाई जाए।
7- टेंपो चालक विभिन्न क्षेत्रों पर बुकिंग के द्वारा जाते हैं पैसेंजर को लेकर तो दूसरे क्षेत्र के टेंपो चालक के ठेकेदार उनसे मारपीट करते हैं कृपया रूट निर्धारित करें।

