
देहरादून – गांधी जयंती के पावन अवसर पर वेस्ट वारियर्स संस्था और ओएनजीसी तेल भवन द्वारा 16 दिवसीय “स्वच्छता ही सेवा 2025” अभियान का सफल समापन हुआ। यह पहल भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय एवं आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के मार्गदर्शन में संचालित रही।
17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चले इस जन-जागरूकता अभियान में कुल 16 सार्थक गतिविधियाँ हुईं, जिनमें बच्चों, सफाई साथियों, महिला समूहों और स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी रही।
प्रमुख गतिविधियाँ
ओएनजीसी कार्यालय से अभियान का शुभारंभ
तीन सरकारी विद्यालयों में चित्रकला व निबंध प्रतियोगिता (300+ बच्चों की भागीदारी)
एफआरआई में पुराने कपड़े एकत्र कर पुनर्नवीनीकृत चटाइयाँ वितरित
नदी किनारे 50 पौधों का वृक्षारोपण एवं सुरक्षा हेतु जांगला
200 छात्राओं को पुनः प्रयोज्य सेनेटरी पैड वितरण
1,175 फर्स्ट एड किट का सफाई साथियों को वितरण
सार्वजनिक स्थलों पर 3 वाटर प्यूरीफायर-कम-कूलर की स्थापना
विद्यालयों व झुग्गी बस्तियों में 150 ट्विन-बिन डस्टबिन सेट वितरित
“बर्तन बैंक” की स्थापना – 100 पुनः उपयोगी बर्तनों का सेट महिला समूह को
मिड-डे मील हेतु 100 स्टील बर्तन एक विद्यालय को दान
ओएनजीसी प्रवक्ता श्री चंदन सुशील ने कहा –
> “स्वच्छता ही सेवा 2025, सतत कचरा प्रबंधन, जन स्वास्थ्य और सामुदायिक भागीदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। एक स्वच्छ और हरित भारत के निर्माण में योगदान देकर हमें गर्व है।”
2 अक्टूबर को झुग्गी बस्तियों में डस्टबिन वितरण के साथ अभियान का समापन हुआ। कार्यक्रम में नवीन कुमार सडाना, स्वाति रतूड़ी, सम्राट, लिपि और टूपेंद्र सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
यह अभियान महज़ सफाई तक सीमित न होकर, लोगों को सतत विकास और गांधीजी के आदर्शों की ओर प्रेरित करने वाला सच्चा जन आंदोलन साबित हुआ।

