
रुद्रपुर – आगामी 8 अक्टूबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारियों को लेकर अपर जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र ने जिला सभागार में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थाओं, मदरसों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली जरूर खिलाई जाए।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि “एक भी बच्चा दवा खाने से न छूटे”। उन्होंने निर्देश दिए कि 19 वर्ष तक के सभी बच्चों और किशोरों को कवर किया जाए, चाहे वे स्कूल जाने वाले हों या न हों। स्कूल से बाहर रहने वाले, श्रमिक परिवारों के और घुमंतू बच्चों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दवा दी जाएगी।
जो बच्चे किसी कारणवश 8 अक्टूबर को दवा नहीं खा पाएंगे, उन्हें 15 अक्टूबर को मॉप-अप दिवस पर दवा दी जाएगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल ने बताया कि जिले में 1 से 19 वर्ष तक के 6,04,459 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 2288 विद्यालयों और 2388 आंगनबाड़ी केंद्रों में व्यवस्था की गई है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि –
1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को आधी टैबलेट चम्मच में घोलकर,
3 वर्ष तक के बच्चों को पूरी टैबलेट पानी में घोलकर,
जबकि 3 से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली चबा-चबा कर खिलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि आंतों में कृमि संक्रमण से बच्चे कुपोषण और एनीमिया का शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.के. सिन्हा, एसीएमओ डॉ. हरेन्द्र मलिक, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल अग्रवाल, अल्पसंख्यक अधिकारी नंदनी तोमर, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन पदाधिकारी एन.एस. धारीवाल, रामप्रकाश गुप्ता,
सत्य प्रकाश चौहान, डीपीओ मो. आमिर खां, हिमांशु मशूनी, चांद मियां, जावेद अहमद, निधि शर्मा, विजय सिंह समेत जिले के एमओआईसी और अन्य विभागीय अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

