
हल्द्वानी – (आरिश सिद्दीकी) गोलापार बाईपास पर सोमवार देर शाम तेज रफ्तार छोटा हाथी और फॉर्च्यूनर वाहन की जोरदार भिड़ंत में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। बताया जा रहा है कि हादसा यू-टर्न पर लगी चेतावनी लाइट लंबे समय से खराब होने के कारण हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फॉर्च्यूनर चालक ने यू-टर्न के पास अचानक ब्रेक लगाए। इसी दौरान पीछे से आ रहा छोटा हाथी वाहन समय पर रुक नहीं सका और तेज रफ्तार में टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि छोटा हाथी चालक रजत मलिक पुत्र ललित मोहन, निवासी किच्छा (जिला उधमसिंह नगर) गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों ने डायल 112 और पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल कर मदद मांगी। हालांकि, करीब 40 मिनट तक न तो पुलिस पहुँची और न ही सरकारी एंबुलेंस मौके पर आई। इस बीच घायल चालक सड़क पर तड़पता रहा और लोगों से अस्पताल ले जाने की गुहार लगाता रहा।
स्थिति गंभीर होती देख एक स्थानीय प्राइवेट एंबुलेंस संचालक आगे आया और घायल को अस्पताल पहुंचाया। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि यदि निजी एंबुलेंस न आती तो परिणाम और भी भयावह हो सकते थे।
स्थानीय निवासियों ने यू-टर्न की चेतावनी लाइट को समय रहते दुरुस्त न किए जाने और आपात सेवाओं की देरी पर नाराजगी जताते हुए प्रशासन से त्वरित सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है।
प्रत्यक्षदर्शी बस्तीवासियों ने बताया
“हमने कई बार 112 पर कॉल किए, लेकिन कोई नहीं आया।
पुलिस 40 मिनट बाद पहुंची।”»
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोलापार बाईपास पर एनएचएआई की लापरवाही से कई जगह सिग्नल और यू-टर्न लाइटें खराब पड़ी हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है –
क्या 112 केवल नाम की आपात सेवा रह गई है?
क्या सिस्टम घायल की जान जाने के बाद ही जागेगा?
लोगों ने प्रशासन और एनएचएआई से मांग की है कि गोलापार बाईपास के सभी यू-टर्न की लाइटें तुरंत दुरुस्त कराई जाएं और वहां स्थायी पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।


