पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर गिरोह धर दबोचा, 3.37 करोड़ के संदिग्ध ट्रांजैक्शन का खुलासा – पढ़े बड़ी ख़बर

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नैनीताल – वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टी.सी. के निर्देश पर साइबर अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत नैनीताल पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

तल्लीताल थाना पुलिस ने भेड़ियापखाण मोड़ के पास चेकिंग के दौरान एक नक्सन कार (HR98P/1642) को रोककर संदिग्धों को दबोचा।

पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह सोशल मीडिया के जरिये लोगों को APK फाइल भेजता था। फाइल इंस्टॉल होते ही पीड़ितों के मोबाइल फोन हैक हो जाते थे और ठग बैंकिंग लेन-देन पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लाखों रुपये उड़ा देते थे।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से

11 मोबाइल फोन,

9 सिम कार्ड,

आधार-पैन के दस्तावेज,

कई डेबिट-क्रेडिट कार्ड,

तथा 3 संदिग्ध क्यूआर कोड बरामद किए।

बरामद क्यूआर कोड और दस्तावेजों की जांच में पुलिस को 3 करोड़ 37 लाख रुपये से अधिक के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन का पता चला है। इनमें से एक क्यूआर कोड दिल्ली के शाहदरा थाना क्षेत्र में दर्ज साइबर अपराध केस से जुड़ा पाया गया, जिसके संबंध में दिल्ली पुलिस से समन्वय किया जा रहा है।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह बैंक खातों को ‘होल्डर अकाउंट’ की तरह इस्तेमाल कर रकम को लगातार एक खाते से दूसरे खाते में खिसकाता था, ताकि पुलिस तक उनकी गतिविधियों का सुराग न पहुंचे।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान

शुभम गुप्ता (अलवर), पियूष गोयल (बुलंदशहर), ऋषभ कुमार (मोदीनगर) और मोहित राठी (गुरुग्राम) के रूप में हुई है। इनके पास से iPhone, सैमसंग फोल्ड सीरीज, OnePlus सहित कई महंगे स्मार्टफोन भी बरामद हुए हैं। वहीं, उपयोग में लाई जा रही कार को भी पुलिस ने सीज कर लिया है।

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उत्कृष्ट कार्य के लिए पुलिस टीम को ₹5000 नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।


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