
हरिद्वार – उत्तराखंड राज्य आंदोलन के अग्रणी सेनानी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट के निधन पर पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। उनके सम्मान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए जनपद हरिद्वार के सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश घोषित किया है।
मुख्यमंत्री की ओर से दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और अंतिम विदाई दी।
दिवाकर भट्ट का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ खड़खड़ी श्मशान घाट पर किया गया। पुलिस बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर और अंतिम सलामी दी गई। उनके पुत्र ललित भट्ट ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की विधि पूरी की।
दिवाकर भट्ट जी के अंतिम दर्शन और शव यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी। विभिन्न जिलों से आए जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों और आम जनता ने उन्हें अंतिम नमन किया।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक मदन कौशिक, विधायक आदेश चौहान, विधायक रवि बहादुर, विधायक मोहम्मद शहजाद, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा,
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, पूर्व मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, नेता गणेश गोदियाल, यूकेडी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती, पूर्व अध्यक्ष यूकेडी काशी सिंह एरी, पूर्व दर्जाधारी मंत्री महेंद्र प्रताप, एसपी सिटी अभय प्रताप सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
राज्य आंदोलन के इस महानायक को अंतिम बार श्रद्धांजलि देने के लिए आया जनसैलाब उनके लोकप्रिय और संघर्षशील जीवन को दर्शाता है।


