उत्तर प्रदेश – पीएसी का जवान लंबे अर्से से पुलिस की आंखों में खटक रहा था। वो दिन भर मोबाइल फोन पर चैटिंग करता और लग्जरी कार में घूमता वहीं अच्छे खासे महंगे रेस्टोरेंट पर जमकर खर्च किया करता था।
उत्तर प्रदेश के आगरा में 15 वी वाहिनी में नियुक्त पीएसी जवान कृष्ण कुमार दिन भर मैसेंजर और इंस्टाग्राम पर युवाओं से चेटिंग करता रहता था,जवान हमेशा कार में घूमता था और ऐशो आराम की जिंदगी गुजार रहा था,दिन में करीब वो 50-70 हजार रुपए आसानी से कमाकर अपनी जैब भरता था, बुलंदशहर ज़िले के सलेमपुर थाना की पुलिस जब उसका पीछा करते करते जवान तक जा पहुंची तो कार के अंदर का मंजर देखकर दंग रह गयी,चलिए इसके पीछे क्या वजह है यह आपको बताते हैं।
यह है वो मामला जिसे देखकर पुलिस दंग रह गई
बुलंदशहर पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में परीक्षा की फर्जी उत्तर शीट बेचने वाले पीएसी जवान और रिटायर फौजी को गिरफतार किया है।
बुलंदशहर में थाना सलेमपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, यूपी पुलिस भर्ती में परीक्षा की फर्जी उत्तर शीट बेचने वाले पीएसी जवान और रिटायर फौजी को गिरफ्तार कर लिया, थाना पुलिस को सर्विलांस की मदद से इन दोनों को पकड़ने में सफलता मिली, जानकारी के मुताबिक पीएसी का जवान कृष्ण कुमार आगरा में 15 वीं वाहिनी में नियुक्त हैं, जबकि रिटायर फौजी दिलावर हैदराबाद के सिकंदराबाद में तैनात रहा, जहां से रिटायर हो चुका है,अब दोनों लोग मिलकर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जी आंसर शीट को बेचने वाला गैंग चला रहे हैं, आधा दर्जन से अधिक लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं, पुलिस ने दोनों को सर्विलांस की मदद से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने उसके पास से 68 हज़ार रुपए कैश फर्जी आसर शीट परीक्षा केंद्र की पर्ची वोटर कार्ड आईडी कार्ड सहित तमाम फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं,पूरे मामले दोनों ठगों द्वारा इस्तेमाल करने वाले मोबाइल फोन के इंस्टाग्राम और मैसेंजर की जांच पड़ताल तो पता चला कि दर्जनों लोगों को यह दोनों चैटिंग के जरिए फर्जी आसर शीट से जवाब दिया करते थे, इनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन और बीस सिम कार्ड बरामद किया गये है।
पुलिस अधीक्षक देहात रोहित मिश्र ने मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि पुलिस ने पीएसी के जवान कृष्ण कुमार और रिटायर फौजी दिलावर को गिरफतार किया है, सिपाही कृष्ण कुमार 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा में साल 2019 बैंच का सिपाही है, इसके खिलाफ जनपद अलीगढ़ में थाना गभाना में साल 2023 में परीक्षा अधिनियम व 66 सी आई टी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद उसे जेल भेज गया था, उसे साल 2023 में निलंबित कर दिया गया था।
फर्जी आसर शीट को बेचने के लिए यह लोग सोशल साइट मैसेंजर में इंस्टाग्राम का भी इस्तेमाल करते थे, फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफतार कर लिया है, आरोपियों के पास से पुलिस ने 65 हजार 380 रुपए कुछ दस्तावेज और फर्जी आसर शीट की फोटो कापी मोबाइल फोन आदि बरामद किया है
70 हजार रुपए में बेचता थे फर्जी आंसर शीट
एसपी मिश्र ने बताया कि यह लोग 70 हजार रुपए में फर्जी आसर शीट बेचते थे, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा 17-18 फरवरी को आयोजित की गई थी,इसी क्रम में हमारी सर्विलांस टीम द्वारा निगरानी रखी जा रही थी, इसी बीच सूचना मिली थी कि कुछ लोगों द्वारा फर्जी आसर शीट को युवाओं को बहला फुसलाकर बेची जा रही है और उनको भर्ती कराने कराने की बात कही जा रही है, जिसके बाद दो व्यक्ति को गिरफतार कर लिया गया था, इनके द्वारा फर्जी आसर शीट की तैयार की गई कापियां छात्रों को बेचने का प्रयास किया जा रहा था, वहीं जो छात्र आसर शीट खरीद रहे थे उनसे 70 हजार रुपए एडवांस लिए जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में ले लिया वहीं इससे पूर्व भी जवान को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका।
संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट