उत्तर प्रदेश के कासगंज से दिल दहलाने वाली एक खबर सामने आई है,जरा आप ही सोचिए कि एक 7 साल के मासूम बच्चे के पेट में भूख ने जब उससे मजबूर कर दिया तो उसने कासगंज की दुकान के बाहर रखें बंद को बिना पूछे उठ कर खा लिया, उसकी यह नादानी हैवान दुकानदार और उसके नौकर ने देख ली,जब इस मासूम बच्चे ने बंद का टुकड़ा जैसे ही मुंह में डाला तो दोनों हैवानों ने उसे पकड़ लिया और बंद छीन कर फ़ेंक दिया, जिसके बाद दोनों उसे दुकान में ले गए, और उसे बेरहमी से पीटने लगे, मासूम कहता रहा है कि भूख लगी थी इसलिए बंद उठा लिया, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी, वो लगातार उनके साथ मारपीट करते रहे,मजरा देख दुकान पर भीड़ जमा हो गई, लेकिन किसी ने मासूम को बचाना बेहतर नहीं समझा, जिसके बाद वहां से गुजर रही एक सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सोनिया अली खान ने भीड़ से जानकारी ली तो उन्होंने तुरंत बाल समिति संस्था की अध्यक्ष ज्योति सिंह को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद वो और संस्था से जुड़ी अन्य महिलाएं मौके पर पहुंची, दुकानदार और नौकर का वैहशी व्यवहार देखकर उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े, महिलाओं ने तुरंत मासूम बच्चे को उनके चंगुल से आजाद कराया, ओर मौके पर पुलिस को बुला लिया, जिसके बाद पुलिस ने संस्था की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया, बच्चे का नाम राजू बताया जा रहा है, लोगों के मुताबिक राजू के माता-पिता उसे अकेला छोड़ कर न जाने कहां चलें गए,राजू कासगंज की सड़कों पर घूमता दिखाई देता है, वहीं संस्था के पदाधिकारियों ने उसे गोद लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
संवाददाता- एम सलीम खान/आलोक कुमार की रिपोर्ट