(कांग्रेस के गिर रहे लगातार विकेट ख़तरे की घंटी)
(कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा पूरी तरह नाकाम साबित)
एम सलीम खान प्रभारी संपादक की रिपोर्ट
रुद्रपुर – कांग्रेस की अंदरुनी खींचतान के चलते कांग्रेस कमेटी अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है, पार्टी के बहुत से कार्यकर्ताओं सहित कई नेताओं ने कांग्रेस से अपना छुड़ाना ही बेहतर समझ लिया है, जिसके बाद एक बाद एक पार्टी के धुरंधर बल्लेबाज मैदान छोड़कर भाग रहे हैं वहीं लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए यह बाते बेहद नुकसानदायक साबित होगी, वहीं राजनीतिक विश्लेषक की मानें तो इसके लिए बडी हद तक कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा जिम्मेदार है, उनके मुताबिक गावा और शर्मा ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर से अपना कन्ट्रोल खो दिया है, इसके पीछे उन्होंने बहुत सी वजहें बताई है, लेकिन पहले हम बात करते हैं भाजपा के चाणक्य नीति अपनाने वाले विधायक शिव अरोरा जिनकी गेंदबाजी के सामने कांग्रेसी बल्लेबाज धड़ा धड़ विकेट गंवा रहे हैं।
विधायक शिव ने कांग्रेस के किले में सेंध
रुद्रपुर विधानसभा से भाजपा विधायक शिव अरोरा ने जहां एक ओर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के कई सिपाहसलार को अपने खैमे में शामिल करने में चाणक्य नीति अपनाई तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस में उन्होंने सटीक निशाना लगाते हुए कांग्रेस के भी कई धुरंधर बल्लेबाजो को अपनी टीम में शामिल कर लिया है, जिसके बाद कांग्रेस के पास लगातार बैटिंग करने वाले की कमी हो गई है, उन्होंने बीते रोज भाजपा के खिलाफ गरजने वाले कांग्रेसी नेता दलीप अधिकरी को अपनी टीम में शामिल कर फिर एक बार कांग्रेस की पीठ पर निशान साधा है।
पार्टी को संगठित करने में जिलाध्यक्ष गावा और महानगर शर्मा कमजोर पड़े
राजनितिक विशेषज्ञ की मानें तो जब से जिला कांग्रेस कमेटी की कमान जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा को सौंपी गई है,तब से आज तक लगातार कांग्रेस कमजोर होती आई है, इसके पीछे उन्होंने बहुत सी बातों का जिक्र करते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने पार्टी की जिम्मेदारी को अपने कंधों पर ले तो लिया लेकिन उन्होंने बहुत से मौकों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निराश किया है, मिसाल के तौर पर मेयर रामपाल सिंह और सीपी के बीच उपजे विवाद में संगठन के कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश के साथ उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद की, लेकिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने बंद कमरे में एका एक राजीनामा स्वीकार कर लिया, जिससे कार्यकर्ताओं को गहरा सदमा पहुंचा, ऐसे ही बहुत से मुद्दे हैं, उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस का तो भगवान ही मालिक है।