सिर्फ दस रुपए के लिए मासूम कीनिर्मम तरीके से कर दी पिटाई, बस दस रुपए खर्च करना थी खता

ख़बर शेयर करे -

एम सलीम खान ब्यूरो

हमारे देश मे मासूम बचपन मेहनत और मजदूरी के बोझ तले दब कर क्षिन्न भिन्न किया जा रहा है, बच्चों को लेकर सरकार ने बेहद सख्त कानून बनाएं है, लेकिन इन कड़े कानूनों का पालन किस तरह किया जा रहा है यह जगह जाहिर है, अक्सर ठेलों और ढाबों ओर अनन्य स्थानों पर आपने देखा होगा कि मासूम बच्चों से कमर तोड मेहनत कराईं जाती है जिसके एवज में उन्हें नाम के लिए चंद रुपए थमा दिए जाते हैं , और अक्सर देखा जाता है कि एक मासूम अपने नाज़ुक हाथों से बर्तन मांजते दिखाई देता है तो कोई बच्चा चाय के गिलास धोता दिखाई देता है, कोई बच्चा ग्राहकों को पानी पीतते तो कोई टेबल साफ करता,इन होटलों और ढाबों में आने वाले लोग भी इन बच्चों का इस्तेमाल बड़ी शिद्दत से करते हैं,

छोटू पानी ला, छोटु गर्म रोटी ला,जा सामने से सिगरेट की डिब्बी लेकर आ इसके लिए इन मासूम बच्चों को दस बीस रुपए भी दिए जाते हैं।

यह हमारे देश की विडंबना है कि मासूम बच्चों के लिए बनाए गए इतने सख्त कानूनों के बाद भी उन्हें मेहनत की भट्टी में झोका जा रहा है, और जिम्मेदार अधिकारियों सरकार यह तमाशा देख रही है, अगर सरकार और प्रशासन मासूम बच्चों को लेकर सख्ती दिखाएं तो इस पर अंकुश लग सकता है, सरकार की ओर से इसके लिए लंबी चौड़ी फौज भी तैयार की गई है, लेकिन संबंधित विभाग इस ओर कभी गंभीर नहीं हुआ है।

एक ताजा मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रेलवे स्टेशन के सामने सुभान होटल में काम करने वाले आरिफ की उम्र महज 14 साल है, आरिफ मुरादाबाद की एक मलिन बस्ती में अपनी मां मिस्कीन और दो छोटी बहनों आलिया और शफिका के साथ रहता है, उसके पिता कि एक बीमारी के चलते दो साल पहले मौत हो गई है, परिवार के सामने रोटी का संकट आया तो आरिफ मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के पास सुबहान होटल में काम करने लगा, जहां उसे 1500 रुपए महीने पर बर्तन धोने का काम दिया गया,आरिफ इस होटल पर पिछले दो सालों से कमर तोड मेहनत करता था, दो सालों में उसके वेतन में महज़ 300 रुपए की बढ़ोतरी की गई,आरिफ ने बड़ी खुशी से मां को बताया अम्मी मेरी तनख्वाह में 300 रुपए बढ़ा दिए गए हैं, मानों जैसे आरिफ के हाथों कोई खजाना लग गया हो, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था।

4 मई 2024 का दिन

होटल स्वामी जावेद सुबहान को अपनी पत्नी को इस दिन महिला डॉक्टर के पास ले जाना था, उसकी पत्नी साबीना गर्भवती थी,उस दिन आरिफ होटल पर अटेला था और सभी नौकर अभी तक आएं नहीं थे, जावेद ने आरिफ से कहा तू होटल का ध्यान रखना मैं तेरी भाभी को डाक्टर के पास ले जाकर जा रहा हूं,आधे घंटे तक वापस आ जाऊंगा, आरिफ़ ने कहा ठीक है भाई जान, जावेद वहां से चला गया और आरिफ होटल की साफ सफाई करने लगा ‌‌।

ये थी आरिफ की गलती जिसकी उस मासूम को सजा मिली

काम में व्यस्त आरिफ के कानों में एक आवाज गूंजी तो उसने होटल से बाहर निकल कर देखा तो एक बर्फ का गोला बेचने वाला दिखाई दिया,आरिफ ने मासूमियत से पूछा गोला कितने का है,ठेले वाले ने कहा दस रुपए का, आरिफ ने होटल के गल्ले से दस का नोट निकाला और एक बर्फ का गोला लेकर उसे चूसना शुरू कर दिया, बड़े इत्मीनान से उसने गोला खाया और फिर काम में लग गया, करीब आधे घंटे बाद जावेद जब वापस होटल पर लौटा तो उसने उसने देखा आरिफ काम रहा था लेकिन एक टेबल पर पानी जैसा कुछ बिखरा हुआ है और एक फाइबर का गिलास भी पड़ हुआ था ‌, जावेद ने आरिफ से पूछा अरे यह सब क्या है इसे साफ कर और यह किसने किया है, आरिफ ने कहा भाई जान मैंने बर्फ का गोला खाया था यह सब बर्फ है मैं अभी साफ करता हूं, जावेद ने पूछा तेरे पास पेसे कहा से आएं तो उसने कहा भाई जान मैंने गल्ले से दस रुपए लिए थे,बस फिर क्या था जावेद आग बबूला हो गया उसने कहा तुने चोरी की ज़ावेद ने पास रखा पानी का जग उठाया और आरिफ पर दे मारा जो आरिफ की आंख पर जाकर लगा और आरिफ लहुलुहान हो गया, सिर्फ इतने पर जावेद का दिल नहीं भरा उसने लकड़ी से आरिफ की पिटाई कर दी और उसे भागा दिया, आरिफ लहुलुहान हालत में रोता हुआ जब अपने घर पहुंचा तो उसकी मां का दिल फट गया अपने जिगर के टुकड़े की हालत देखकर आरिफ की मां और बहनें रोने लगी, रोने की आवाज सुनाई दी तो आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर सारा माजरा जाना आरिफ ने सारी बात बताई तो उसके पड़ोस में रहने वाले हैदर अली ने बच्चों के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता शहीन परवीन को सारी बात बताई तो उन्होंने भी मौके पर पहुंचकर आरिफ की हालत देखकर उसे तुरंत अपनी कार से सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया और आरिफ का मेडिकल कराया तो चिकित्सकों ने बताया कि आरिफ की आंख के अंदरुनी हिस्से में गंभीर चोट आई है और खून भी जम गया है, जिसके लिए उसका आपरेशन करना होगा, जिसके बाद साइड केरियर काउंसिल की जनरल सेक्रेटरी शहीन परवीन क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक से मिली और उन्हें सारी जानकारी दी, जिसके बाद कोतवाली पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए,शहीन ने आरिफ की मां की ओर से पुलिस को तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जावेद को होटल से गिरफ्तार कर लिया।


ख़बर शेयर करे -