पहले कराईं गोकशी फिर घेरा थाना, बजरंग दल के नेताओं की साज़िश का पुलिस ने किया पर्दाफाश-पढ़ें यह सनसनीखेज मामला

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मुरादाबाद उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक अजब मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने गोकशी की घटनाओं को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। दरअसल थाना प्रभारी को हटवाने के लिए बजरंग दल के पदाधिकारियों ने ही गोकशी की घटनाओं को अंजाम दिलाया था। दबाव बनाने के लिए समर्थकों के साथ थाने का घेराव भी करते रहे। इस पूरे मामले में पुलिस ने बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू सहित चार आरोपियों को गिरफतार कर लिया। जिन्हें अदालत मे पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर आरोपियों से सांठगांठ में छजलैट थाना के दरोगा को भी निलंबित कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने विभागीय जांच के भी निर्देश दिए हैं। पुलिस ने इस मामले जांच के बाद चेतरामपुर गांव निवासी शमशुद्दीन को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव निवासी सुमित विश्नोई उर्फ मोनू बंजरग दल का जिला प्रमुख हैं। कुछ दिन पहले वह अपने दोस्त रमन चौधरी निवासी खानपुर मुज्जफरपुर छजलैट, राजीव चौधरी निवासी चक पचोकरा छजलैट के साथ मिला। आरोपियों ने कहा कि छजलैट थाना प्रभारी उनकी बात नहीं मनाते हैं। लिहाजा उन्हें थाने से हटवाना है इसके लिए गोकशी की घटनाओं करवानी है। आरोपियों ने बातचीत के बाद उसे 2000 रुपए भी दिए। इसके बाद आरोपी शहाबुद्दीन ने अपने साथी न ईम निवासी सिकरी छजलैट को रुपए देकर कांवड़ पथ पर गौवंशीय पशु के अवशेष रखवा दिए थे। इस घटना के बाद ही बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद भी कारवाई नहीं होने पर आरोपियों ने पुनः साजिश रची थी। शहाबुद्दीन ने 28 जनवरी की देर रात दूसरे साथी जमशेद के साथ मिलकर चेतरामपुर गांव निवासी कमला देवी के घर के बाहर बंधी गाय को चोरी कर लिया। इसके बाद जंगल में जाकर दोनों ने उसे काट दिया। इस दौरान आरोपी पुलिस सुमित विश्नोई राजीव चौधरी और रमन चौधरी ने घटना की रात में ही गाय काटते हुए वीडियो बनाया। इसके बाद उसे उच्च अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट करते हुए शिकायत की आरोपियों से ने केवल मुरादाबाद पुलिस को छोड़कर सभी अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट किया। घटना के बाद संदेह होने पर पुलिस ने पूरे मामले की बारीकी से जांच कर आरोपियों को गिरफतार कर लिया। घटना में शामिल दो आरोपियों जमशेद और न ईम अभी फरार है। इस मामले में दरोगा नरेंद्र को आरोपियों से सांठगांठ के चलते निलंबित कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरार दोनों आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस की टीम उनकी गिरफ्तारी के छापेमारी कर रही है। इस मामले का सनसनीखेज खुलासा पुलिस 31 जनवरी को कर दिया।

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संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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