फरियादी की शिकायत सुनकर दिल्ली पुलिस की एक टीम पंजाब पहुंच गई, पंजाब में छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस के हाथों कुछ ऐसा लगा जिसे देखकर सभी की आंखें खुली की खुली रह गई

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दिल्ली क्राइम ब्यूरो – एक फरियादी की फ़रियाद पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम पंजाब जा पहुंची, पंजाब में छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस के हाथों कुछ ऐसा लगा जिसे देखकर सभी की आंखें खुली की खुली रह गई, पुलिस ने इस मामले में अभी तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो गिरफ्तारियां दिल्ली से ही अलग-अलग इलाकों से हुई है, जबकि तीन लोगों को पंजाब के जालंधर शहर से गिरफ्तार किया गया है, पुलिस हिरासत में आएं आरोपियों की पहचान सूरज बाहरी, अश्विनी ऊ, जसविंदर सिंह,मनीश शर्मा और जितेन्द्र कुमार के रूप में हुई है,

दिल्ली पुलिस के पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला के मुताबिक यह मामला कुलविंदर सिंह नाम एक व्यक्ति से जुड़ा हुआ है, कुलविंदर सिंह ने कनाट प्लेस पुलिस स्टेशन को अपनी शिकायत में बताया कि 20 फरवरी 2024 को चंडीगढ़ के एलांते शापिंग मॉल में उसकी कुछ लोगों से मुलाकात हुई थी,इन लोगों ने कुलविंदर को कनाडाई वीजा दिलाने के साथ साथ कनाडा भेजने का वादा किया था, इसके लिए इन लोगो ने 18 लाख रुपए की मांग की थी,डील के मुताबिक पेशगी में 9 लाख रुपए और वीजा मिलने के बाद शेष रकम देने की बात पक्की हुई,

आर एम एल अस्पताल के बाहर मिलों

उन्होंने बताया कि डील के मुताबिक कुलविंदर ने आरोपियों को 9 लाख रुपए दे दिए, कुछ दिनों बाद जालसाजों ने वीजा ओर टिकट देने के बहाने कुलविंदर को दिल्ली बुला लिया, जिसके बाद 24 फरवरी 2024 को जालसाजों और कुलविंदर के बीच कनाट प्लेस स्थित आर्धा कैंटीन में मुलाकात हुई, जहां कुलविंदर ने इन शातिर दिमाग ठगों को शेष 9 लाख रुपए और 1.25 लाख रुपए कनाडियन डीलर के लिए दे दिए, रुपए मिलने के बाद आरोपियों ने कुलविंदर को 20 मिनट बाद डॉ राममनोहर लोहिया अस्पताल के नजदीक पहुंचने के लिए कहा और वहां से चले गए,

मोबाइल फोन कर लिया स्विच ऑफ और फिर डीसीपी देवेश कुमार महला के मुताबिक कुछ देर बाद कुलविंदर तो बताईं गईं जगह पर पहुंच गया, लेकिन जालसाज वहां नहीं पहुंचे, फोन करने पर मोबाइल फोन बंद मिला, जिसके बाद कुलविंदर को सारा माजरा समझते हुए देर नहीं लगी और वह कनाटप्लेस पुलिस स्टेशन पहुच गया, वहीं पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन किया गया, और आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी गई काल रिकार्ड की जांच पड़ताल में पुलिस को आरोपियों की लोकेशन पंजाब के जालंधर शहर में मिली, जिसके बाद पुलिस की टीम को जालंधर रवाना किया गया,

 छापेमारी के दौरान खुली रह गई आंखें

छापेमारी के दौरान दौरान खुली रह गई आंखें लबी कवायद के बाद पुलिस ने जालंधर से सूरज सिंह को गिरफ्तार कर लिया, वहीं इनकी निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के पालम से मशीन शर्मा और भलस्वा डेयरी से जितेन्द्र कुमार को गिरफतार कर लिया, तालाशी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सात मोबाइल फोन,दो प्रिंटर,एक स्केनर, एक लेमिनेशन मशीन , तीन लैपटॉप और 8.5 लाख रुपए बरामद किए हैं , इतना ही नहीं आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 235 फर्जी वीजा बरामद किए हैं, जिन्हें देखकर पुलिस टीम की आंखे खुली की खुली रह गई,

दिल्ली में अब तक तीन दर्जन लोगों को विदेश भेजने के नाम पर बनाया गया शिकार

दरअसल यह गैंग दिल्ली में आकर लोगों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं, उपयुक्त ने बताया कि इस ठग गैंग के सदस्य देश के अलग-अलग राज्यों में सक्रिय है,जो लोगों को वीजा झांसा देकर उनसे लाखों रुपए की ठग करते हैं,यह गिरोह फर्जी वीजा के साथ साथ विभिन्न परीक्षाओं में फेल विधार्थियों को जाली मार्कशीट, सहित अन्य फर्जी दस्तावेज बनाकर देते हैं, जिसके एवज में 20-40 रुपए चार्ज लेते हैं , उन्होंने बताया कि इस मामले में पंजाब पुलिस को सूचना दी गई है, वहां भी जांच पड़ताल शुरू कर दी गई, जल्द ही बेहद संगीन खुलासा होने का संदेह है,

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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