फर्जी भाजपा नेता बन दुष्कर्म के आरोपी को छुड़ाने के नाम पर की 4 लाख की ठगी,बीजेपी ने पल्ला झाड़ा

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बरादरी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों में एक बलत्कार का मुकदमा दर्ज हुआ था जिसमे आरोपी को छुड़ाने के लिए सी.बी. गंज निवासी ताहिर मिश्वहा ने तीन लोगो के साथ मिलकर 4 लाख रुपये की ठगी यह कहकर कर ली की वह राष्ट्रवादी पसमंदा महाज का ज़िला अध्यक्ष है और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का क्षेत्रीय कार्यकरणी सदस्य है, उसकी अधिकारियों में अच्छी पकड़ है। 4 लाख रुपये लेने के बाद वह आरोपी को मुकदमे से नही निकाल पाया और बलत्कार का आरोपी युवक जेल चला गया जिसके बाद आरोपी के परिजनों ने ताहिर मिश्वहा से पैसे बापस मांगे तब ताहिर मिश्वहा कहने लगा कौनसे पैसे तुमने हमे कोई पैसा नही दिया और झूठे मुकदमे मे फँसाने की धमकी देने लगा। जब ताहिर मिश्वहा ने पैसे नही दिये तब आरोपी के परिजन पुलिस के पास गए जब पुलिस ने ताहिर मिश्वहा को पकडा तब ताहिर मिश्वहा ने बताया की उसने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर नेता बताने वाले अकरम पठान और सभासद पति शरिक ने ताहिर मिश्वहा को फोन कर धमकाया और कहा तुमने 4 लाख रुपये की ठगी की है और समझौते के नाम पर 70 हजार रुपये ले लिए और कमेटी के पैसे बताकर समझौता कर लिया। 4 फरवरी को जब ताहिर मिश्वहा को पुलिस ने श्यमगंज पुलिस चौकी से पकडा फिर देर रात 1 बजे बलत्कार मे आरोपी के परिजनों को बुलाकर 2 लाख रुपये ताहिर मिश्वहा से लेकर डेढ लाख रुपये आरोपी के परिजनों को दिये और 50 हजार रुपये पुलिस ने समझौता कराने के लिए और आनन फ़ानन में देर रात 1 बजे ताहिर मिश्वहा को छोड़ दिया।

भाजपा में नही है पदाधिकारी

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सरदार गुरप्रीत सिंह ने बताया की ताहिर मिश्वहा भाजपा का पदाधिकारी नही वह सिर्फ कार्यकर्ता है।

पुलिस ने समझौता कराने के एवज में ली रिश्वत– सूत्र

ताहिर मिश्वहा से बरादरी थाना पुलिस ने 2 लाख रुपये का सौदा कर डेढ लाख रुपये 4 लाख की ठगी का शिकार हुए बलत्कार के आरोपी परिजनों को दे दिये और 50 हजार खुद समझौता कराने के एवज में रख लिए, जिससे बरेली एसएसपी सुशील कुमार घुले की पुलिस टीम पर से शहर वासियों का विश्वास टूटता नज़र आ रहा है।

संवाददाता-आशीष मैसी की रिपोर्ट


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