हैरान कर देने वाली ख़बर पांचवीं पास ने चार हज़ार रुपए में खरीदी वर्दी और बन गया इंस्पेक्टर,पेशा वाहनों और आटो चालकों से रंगदारी फिर इस तरह पहुंचा सलाखों के पीछे

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उत्तर प्रदेश के आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के अबुल उलाह कट पर वर्दी पहना एक युवक फर्जी इन्वेस्टमेंट बनकर वाहनों की चैकिंग कर रहा था। मोबाइल से उसकी फोटो लेने के बाद चालान की धमकी देकर अवैध वसूली कर रहा था। लेकिन इस दौरान उसके साथ न तो कोई सिपाही था और नहीं वो पुलिस के लहजे का इस्तेमाल कर रहा था। बस चालान की धमकी देने के बाद तुरंत लेन-देन की बात कर मामले को रफा-दफा कर दिया करता। इस मामले की जानकारी थाना न्यू आगरा पुलिस को मिली। दरोगा पहुंचा तो खाकी और तीन स्टार देखकर पहले तो सकते में आ गया। सलाम ठोकने के बाद चैकिंग की वजह पूछी। बातों बातों में ही असली नकली का फर्क पता कर लिया। फर्जी इंस्पेक्टर की पुष्टि होने पर आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि आरोपी राजपुर चुंगी निवासी देवेंद्र उर्फ राजू है। वह इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर कंधों पर तीन सितारे लगाएं हुए था। पुलिस की तरह जूते भी पहने हुए था। फर्जी इंस्पेक्टर वाहन चालकों को धमकाते हुए उनसे भारी चालान का झांसा देकर अवैध वसूली कर रहा था। शिकायत मिली थी कि एक इंस्पेक्टर वाहनों से वसूली कर रहा है। मोबाइल से उसकी फोटो लेने के बाद चालान की धमकी दे रहा है इस पर कार्रवाई की गई। चौकी प्रभारी मांगेराम को मौके पर भेजा गया। प्रथम दृष्टया चौकी प्रभारी भी उसे इंस्पेक्टर ही समझने लगे। इसलिए सीनियर अधिकारी की तरह बात करने लगे। मगर कुछ ही देर में देवेन्द्र का राज खुल गया।उसे पकड़ लिया गया। चार हजार में बन गया इंस्पेक्टर आरोपी देवेन्द्र चार हजार रुपए में पुलिस इंस्पेक्टर बन गया। पुलिस पूछताछ में बताया कि वह कक्षा 5 तक पढ़ा है।कोरोना काल से पूर्व बिजलीघर स्थित एक दुकान से पुलिस की वर्दी खरीदी।लाकडाउन में वो सड़कों पर निकलता था। वर्दी पहने होने की वजह से कोई उसे रोकता टोकता नहीं था। बाद में वह वर्दी की मदद से आटो और बस में सफर करने लगा। वर्दी देखकर वाहन चालक उससे डर जाते थे। किराया नहीं मांगते थे। उल्टा उसे चाय पानी पूछा करते। वर्दी में जिस दुकान पर कुछ खरीदारी करने वह जाता उससे डिस्काउंट मिलता। मौजूदा समय में वह कोई काम नहीं कर रहा था।इस कारण उसने सोचा कि वर्दी पहनकर वाहन चालकों से वसूली की जाएं। चालान के डर से वाहन चालक डर कर उसके हाथ में पैसे थमा दिया करतें थे। देवेन्द्र ने इस तरह इसी को अपना रोजगार बना लिया। आटो चालक की शिकायत पर पुलिस की पकड़ में आया देवेन्द्र थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि आरोपी देवेन्द्र से 2015 रुपए बरामद किए हैं।यह उसने आटो चालक से वसूली कर लिए थे।उसी आटो चालक ने यह शिकायत पुलिस से की थी कि एक इंस्पेक्टर वाहनों से अवैध वसूली कर रहा है। मामले में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और रंगदारी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया गया। उसके खिलाफ पहले से थाना हरीपर्वत में चोरी का मुकदमा दर्ज है। आरोपी ने बताया कि अबुल कट पर पुलिस कम रहती है। इस कट पर आटो और बस खड़ी रहती है ‌इनके चालकों को धमकाते हुए वसूली कर लेंगे, मगर किसी ने शिकायत कर दी। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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