हल्द्वानी – हल्द्वानी में नगर निकाय चुनाव की सियासत में हलचल तेज़, नगर निकाय चुनाव के चलते हल्द्वानी का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। राष्ट्रीय पार्टियों में असंतोष की लहर के कारण कई नेता और कार्यकर्ता अब निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने का मन बना चुके हैं, जिससे हल्द्वानी में नया राजनीतिक समीकरण बन गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की, जिसके बाद पार्टी के अंदर ही खेमेबाजी खुल कर सामने आ गयी। जिसके चलते विरोध की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पार्टी के कई पुराने और प्रमुख कार्यकर्ताओं को लगा कि उन्हें नजरअंदाज कर नए चेहरों को तरजीह दी गई है, और इसका परिणाम यह हुआ कि वे अब निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। यह बदलाव भाजपा के लिए एक नई चुनौती बन सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के अंदर उठ रहे असंतोष का असर चुनावी परिणामों पर पड़ सकता है। निर्दलीय उम्मीदवारों की बढ़ती लोकप्रियता यह संकेत देती है कि अब चुनावी मुकाबला स्थानीय मुद्दों और व्यक्तिगत छवि के आधार पर भी तय हो सकता है।
भा.ज.पा. के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद हल्द्वानी के राजनीतिक हलकों में मची खलबली ने आगामी चुनावों को और भी दिलचस्प बना दिया है।