रुद्रपुर -(आरिश सिद्दीकी) बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों और अन्य समुदाय के अनुयायियों के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक आक्रोश जनसभा का आयोजन किया जा रहा, इस कार्यक्रम के संयोजक एम सलीम खान ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों सहित ईसाई और अन्य धर्मों के अनुयायियों के साथ हो रहे हैं।
अत्याचारों के खिलाफ 16 दिसंबर को रुद्रपुर के गांधी पार्क में एक दिवसीय आक्रोश जनसभा का आयोजन किया जा रहा, इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों सहित राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों को अमित्रत किया गया है,खास तौर पर इस कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जनप्रतिनिधियों को भी अमित्रत किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, भाईचारा एकता मंच, भीमराव अम्बेडकर युवा मंच, कांग्रेस कमेटी, सामाजिक संगठनों, किसान नेता तजिंदर सिंह विर्क, समाजसेवी संजय ठुकराल, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा और महामंत्री कोषाध्यक्ष,सिख धर्म से जुड़े जनप्रतिनिधि, ईसाई धर्म के अनुयायियों को भी बुलाया जा रहा है।
इसके अलावा शहर के वरिष्ठ पत्रकारों भी अमित्रत किया गया है,एम सलीम खान ने कहा कि विश्व में बड रही हिंसा को लेकर और बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों सहित अन्य अनुयायियों के साथ हो रहे अत्याचारों और धार्मिक स्थलों को खंडित करने के खिलाफ यह आक्रोश जनसभा आयोजित की जा रही है, उन्होंने कहा कि भारत में धार्मिक विवादों पर भी अंकुश लगाने के लिए चर्चा की जाएगी, खान ने कहा कि मौजूदा समय में भारत सहित पुरे विश्व में इस समय जो हिंसक घटनाएं हो रही है उससे भारत सहित पुरे विश्व में सर्व धर्म समभाव की एकता पर बड़ा असर पड रहा है।
और विभिन्न धर्मों को लेकर हो रही यह हिंसक घटनाएं बेहद चिंतित करने वाली है, उन्होंने कहा कि भारत सहित पुरे विश्व में सर्व धर्म समभाव और एकता को और मजबूत करने के लिए यह कार्यक्रम मिल का पत्थर साबित होगा, जिससे बांग्लादेश में कट्टरपंथियों और वहां की सरकार को एक संदेश जाएगा जिस तरह भारत में सभी धर्मों को एक समान अधिकार प्राप्त है।
उसी तरह बांग्लादेश में भी हिंदू अल्पसंख्यकों को एक समान अधिकार प्राप्त होने चाहिए, उन्होंने कहा कि विश्व में धर्म और जाति के नाम पर इतना खून बहा है कि आने वाली पीढ़ी खून के आंसू रोएगी,इस पर अंकुश लगाने का समय आ गया है, उन्होंने कहा सभी सामाजिक, राजनीतिक और जनप्रतिनिधियों से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अपील की है।