चुनाव हारने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल खेड़ा ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस जो कुछ कहा उसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएगा कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा पर टिकट बांटने को वसूली के आरोप लगाए

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रुद्रपुर – (एम सलीम खान ब्यूरो) कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल खेड़ा ने मेयर का चुनाव हारते ही एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया, उन्होंने मीडिया से बातचीत करते जो कुछ कहा उसे सुनकर कांग्रेस की आबरु भरे चौराहे पर निलम हो गई, और कांग्रेस के जयचंद और मीर जाफरो का घिनौना चेहरा आम जनता के सामने खुलकर आ गया, वहीं मोहन लाल खेड़ा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़े राजनीतिक शख्स को महोदय की उपाधि देते हुए कहा कि अगर भाजपा रुद्रपुर नगर निगम और काशीपुर नगर निगम की मेयर सीट हार जाती तो महोदय की कुर्सी ख़तरे में पड़ जाती इसलिए सरकारी मशीनरी का दुर उपयोग जी भर कर किया गया, उन्होंने स्थानीय मतदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि मैं रुद्रपुर की जनता के स्नेह और आशीर्वाद का आभारी हूं जिन्होंने मुझे मतदान कर अपना अपूर्ण समर्थन दिया, वहीं उन्होंने मीडिया के सामने महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सीपी शर्मा को लेकर मोर्चा खोलते हुए जो कुछ कहा उसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे दर असल मोहन लाल खेड़ा ने कहा कि हमारी पार्टी के लोग जो ऊंचे हौदो पर बैठे हुए हैं वे ही मेरी हार का, सबसे बड़ा वजह बन गये और कांग्रेस के नगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने पार्षदों को टिकट देने के नाम जमकर वसूली करने का काम किया उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर एक 25000 रुपए का लेन-देन दिखाते हुए कहा कि हमारे नगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने नोटों की गड्डियों को बटोरने का काम किया और अपनी तिजोरी को भर लिया, उन्होंने कहा कि नगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने सिर्फ टिकट देने के नाम पर लाखों रुपए की वसूली करने का काम किया है, खेड़ा ने कहा कि हमारे संगठन के लोग जो ऊंचे हौदो पर बैठे हुए उन्होंने सोचा कि अगर खेड़ा चुनाव जीत गया तो यह नेता बन जाएगा और हमारी गत बुरी हो जाएगी इसलिए इन्होंने बी टीम बनकर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का काम किया और कांग्रेस की बुनियादों को खोखला करने में अहम भूमिका निभाई है, उन्होंने कहा कि आज भी आम जनता के लिए मेरे घर के दरवाजे खुले हैं और मैं उसके हर सुख दुख में साथ खड़ा हूं,अब सवाल यह उठता है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा और प्रदेश की प्रभारी कुमारी शैलजा भी इन जहरीले सांपों को पहचानने में मात खा गयी जबकि कांग्रेस के मुखिया करन को अच्छी तरह से पता था कि कांग्रेस ने अपनी आस्तीनों में सांप को पाल पोस कर बड़ा कर दिया जो कांग्रेस को डसने से बाज नहीं आ रहे हैं और ऐसे तथ्य मेहरा के सामने एक बार नहीं बल्कि काफी बार सामने आ चुके उसके बाद कांग्रेस आंखों पर पट्टी बांध कर तमाशा देखने में व्यस्त रही कही सीपी के वसूली के तार देहरादून तक तो नहीं बिछे हुए हैं यह बड़ा सवाल है, फिलहाल उत्तराखंड में कांग्रेस टुकड़े टुकड़े हो गई है और अब अब कांग्रेस अस्तित्व खत्म हो चुका है।


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