कुमाऊं में मानसून की एंट्री, नदियों के साथ ही बरसाती नालों का भी बढ़ा जलस्तर

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रामनगर – कुमाऊं भर में देर रात से ही तेज़ बारिश हो रही है देर रात से ही नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी ,लाल कुआं ,कोटाबाघ आदि क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है,जिससे देर रात नदी नाले उफान पर आ गए थे, जिसमें अल्मोड़ा से बहने वाली कोसी नदी की बात करें तो रामनगर पहुंचते पहुंचते इसका जलस्तर 3000 क्यूसेक तक पहुंच गया, इस वर्ष कोसी नदी का सबसे कम जलस्तर 40 क्यूसेक तक रहा है,वही बरसाती नालों की बात करें तो हर वर्ष जानलेवा साबित होने वाले धनगढ़ी, पनोद,साँवल्दे,ढेला नदी,बेलगढ़ बरसाती नाला,तिलमठ बरसाती नाले भी देर रात उफान पर आ गए।

हालांकि अभी इनका जलस्तर कम हो गया है,वहीं प्रशासन द्वारा भी सभी को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है, साथ ही प्रशासन द्वारा लोगों से भी अपील की गई है कि नदी नालों के पास न जाए उनसे दूर रहे ,बरसाती नालों में अपने वाहनों को ना डालें ,पानी का बहाव कम होने पर ही अपने वाहनों को पार करें,वही प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर का ट्रीटमेंट का कार्य भी इसी के चलते बरसात को देखते हुए प्रशासन द्वारा कर लिया गया है, जिसका कार्य पहले फेस में पूरा हो चुका है,जिसके चलते बरसात में अब मंदिर के टीले को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।

बता दें कि पिछले वर्ष भी रामनगर के ढेला नदी में इनोवा कार के बहने से 8 लोगों की मौत हो गयी थी, वही सीतावनी मार्ग पर पड़ने वाले तिलमट मंदिर के पास बरसाती नाले पर भी बस पलट गई थी जिसमें यात्रियों को ग्रामीणों द्वारा बचा लिया गया था ,वहीं हर वर्ष जानलेवा साबित होने वाले धनगढ़ी व पनोद नाले पर भी अब तक एक दर्शन से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं, जिसमें 2021 से पुल का निर्माण हो रहा है लेकिन आज तक वह भी पूरा नहीं हो पाया।


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