एम सलीम खान ब्यूरो
हल्द्वानी –डा. प्रॉफ़ेसर रीना भारद्वाज ने बताया कि लगातार शहर में पशुओं और मानव जीवन के बीच संघर्ष देखने को मिलते हैं। इसी प्रकार, पर्यावरण में भी संघर्ष दिखाई दे रहा है। इसलिए, पशु कल्याण और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए नई पीढ़ियों को आगे आना होगा। इसी उद्देश्य से, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में छात्रों और प्रॉफ़ेसरों के साथ एनिमल एक्टिविस्ट और अधिवक्ताओं को विशेष गोष्ठी के लिए आमंत्रित किया गया था।
गोष्ठी में प्रमुख रूप से उपस्थित थे:
– एनिमल व सोशल एक्टिविस्ट प्रथम बिष्ट
– हल्द्वानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर कुमार पंत
– एडवोकेट दीपक कुमार जोशी
– मीडिया प्रभारी भाजपा बिठोरिया सुनील जोशी
– आईटी संयोजक कौस्तुभानंद जोशी
– किसान मोर्चा बिठोरिया मंडल महामंत्री सौरभ बोहरा
– एडवोकेट चंदन मेहता
प्रथम बिष्ट ने छात्रों से संविधान के अनुच्छेद 51(g) का पालन करने का आग्रह किया, जिसमें नदी, झील, पर्यावरण और जीवों की सुरक्षा का उल्लेख है।
पशु क्रूरता सुरक्षा के लिए 428/429 धारा का प्रावधान हैं जिसमे जुर्माने के साथ साथ पाँच साल सजा सामिल हैं
इस दिन का मुख्य उद्देश्य दो चीजों के प्रति जागरूकता फैलाना था: पशु स्वास्थ्य देखभाल और पशु क्रूरता रोकना। पशुओं की स्वास्थ्य देखभाल मनुष्यों की तरह ही महत्वपूर्ण है। नियमित जांच, टीकाकरण और उचित आहार से पशुओं को स्वस्थ और खुश रखने में मदद मिलती है। दुर्भाग्य से, दुनिया भर में अभी भी बहुत से पशु क्रूरता का शिकार होते हैं। इंसानियत हमें पशुओं के प्रति दयालु होने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रेरित करती है। दया और करुणा ही नए समाज को अपराध मुक्त बना सकती हैं।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर कुमार पंत,एक्टिविस्ट प्रथम बिष्ट ,डा॰ रीना और एडवोकेट दीपक कुमार जोशी सहित आमंत्रित सदस्यों ने पर्यावरण के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा, “पेड़ लगाओ, पेड़ महत्वपूर्ण हैं। पौधों के रूप में, वे हमें ऑक्सीजन देते हैं, कार्बन जमा करते हैं, मिट्टी को स्थिर करते हैं और दुनिया के वन्यजीवों को जीवन देते हैं। वे हमें उपकरण और आश्रय के लिए सामग्री भी प्रदान करते हैं।”
इस अवसर पर, 30 पेड़ों का रोपण किया गया, जिसमें मुख्य रूप से नीम, बरगद, शहतूत, अशोक आदि के पेड़ शामिल थे।
सेमिनार में मेडिकल छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
यह प्राचार्य, प्रोफेसर डॉ. अरुण जोशी, प्रोफेसर डॉ. रीना भारद्वाज, श्रीमती किरण हेरिया, श्रीमती ज्योत्सना, श्री सुभाष मिश्रा, सुश्री ललिता, डॉ. भावना विरक के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।