उधम सिंह नगर जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया।
डॉ सुरेश गंगवार ने भी कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दिया।
उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफ़ा भेजा है।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की बैठको और पार्टी प्रत्याशी के कार्यक्रम की सूचना न मिलने पर अपनी अनदेखी होने पर कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है
कांग्रेस अब वह कांग्रेस नहीं रही-सुरेश गंगवार
रुद्रपुर- इन दिनों कांग्रेस नेताओं की पार्टी से इस्तीफा देने की ख़बरो मे लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। वहीं एक के बाद एक कांग्रेस को बड़े झटके लगने की खबरें आम हो रही है। वहीं कोई कांग्रेस पार्टी छोड़ कर भाजपा मे शामिल होता दिखाई दे रहा है। कोई निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारीयों मे है। वहीं ऐसी ही एक कांग्रेस को झटका लगने वाली ख़बर उधम सिंह नगर ज़िलें चर्चाए बटोर रही है।
आपको बता दें उधामसिंहनगर ज़िलें के विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को झटका देकर कोंग्रेस मे शामिल हो गए थे। उत्तराखंड गठन के बाद से लगातार ज़िला पंचायत में अपना झंडा बुलंद करने वाले गंगवार परिवार ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार और उनके पति सुरेश गंगवार ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वहीं उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी पर भी आरोप लगाए हैं, हालांकि इस परिवार ने अभी कोई पार्टी ज्वाइन नहीं की है। आपको बता दें कि ऊधमसिंह नगर की राजनीति में गंगवार परिवार का अहम योगदान है। रेनू गंगवार से पहले उनकी सास दो बार और ससुर एक बार जिला पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं। रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।पिछले दिनों गंगवार परिवार के भाजपा ज्वाइन करने की चर्चा भी थी, लेकिन पार्टी में गुटबाजी आड़े आ गई और जॉइनिंग नहीं हो सकी। हालांकि गंगवार परिवार ने अपने आगे के राजनीतिक भविष्य पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। सुरेश गंगवार का कहना है कि अपना इस्तीफा उन्होंने पार्टी हाई कमान को भेज दिया है।
गंगवार का कहना है कि कांग्रेस अब वह कांग्रेस नहीं रही।उधर, रेनू गंगवार की ओर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजे गए इस्तीफे में कहा गया है कि उन्हें पार्टी के जिला अध्यक्ष द्वारा बैठक में न बुलाकर उपेक्षा की जाती है। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही नुक्कड़ सभा में भी उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया। न ही पार्टी प्रत्याशी ने उनसे कोई मुलाकात की है। रेनू गंगवार का कहना है कि इसी उपेक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।