
“बंगाली समाज की उपेक्षा पर बढ़ रहा आक्रोश — विधायक के बयान पर गरमाया माहौल,
रिपोर्ट: एम. सलीम खान | ऊधम सिंह नगर
तराई क्षेत्र में बंगाली समाज से जुड़ा विवाद एक बार फिर गरमाने लगा है। हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान विधायक मुन्ना सिंह चौहान द्वारा दिए गए कथित बयानों को लेकर बंगाली समाज में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि बार-बार दिए जा रहे ऐसे बयान उनकी भावनाओं को ठेस पहुँचा रहे हैं।
समाज के कई वर्गों ने विधायक के पुतले दहन कर विरोध दर्ज कराया है और सरकार से मांग की है कि इस तरह की टिप्पणियों पर रोक लगाई जाए। हालांकि, सत्ता पक्ष के कुछ जनप्रतिनिधि अब तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे समाज में असंतोष और गहराता जा रहा है।
वहीं, किच्छा विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तिलक राज बेहड़ ने कहा है कि बंगाली समाज के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए कांग्रेस अब “आर-पार की लड़ाई” लड़ेगी। उनके अनुसार, इस समाज ने हमेशा उत्तराखंड के विकास और लोकतंत्र को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बंगाली समाज राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में निर्णायक मतदाता भूमिका निभाता है, और ऐसे में इस समाज की भावनाओं को नज़रअंदाज़ करना किसी भी राजनीतिक दल के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार “सर्व धर्म समभाव” और सामाजिक एकता की बात करते रहे हैं, लेकिन इसी बीच सत्ता पक्ष के कुछ प्रतिनिधियों के बयान इन प्रयासों पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि स्थिति पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो यह असंतोष आने वाले चुनावों में राजनीतिक रूप से असर डाल सकता है।


