हल्द्वानी में स्थाई निवास प्रमाण पत्रों की जांच में बड़ा खुलासा, 48 प्रमाण पत्र फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निरस्त

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हल्द्वानी – (एम सलीम खान संवाददाता / आरिश सिद्दीकी) तहसील हल्द्वानी में पिछले पांच वर्षों के दौरान जारी किए गए स्थायी निवास प्रमाण पत्रों की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।

प्रशासन द्वारा अब तक 150 प्रमाण पत्रों की गहन जांच की गई, जिनमें से 48 प्रमाण पत्र ऐसे पाए गए जिनके साथ संलग्न दस्तावेज संदिग्ध थे। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि इन सभी 48 मामलों में फर्जी या असत्य दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था, जिसके आधार पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से इन सभी प्रमाण पत्रों को निरस्त कर दिया है।

उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने बताया कि जांच के दौरान कई प्रमाण पत्रों में लगाए गए दस्तावेजों की सत्यता पर गंभीर संदेह उत्पन्न हुआ, जिसके बाद यह कार्रवाई आवश्यक हो गई।

उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रतिदिन जारी किए गए प्रमाण पत्रों और उनसे जुड़े दस्तावेजों की गहनता से जांच कर रहा है और प्रयास है कि अगले 10 से 20 दिनों में पूरे पांच साल की रिकॉर्ड जांच पूरी कर ली जाएगी।

प्रशासन की निगाह कई दस्तावेज लेखकों पर भी है। कुछ लेखकों को नोटिस जारी किए गए हैं और यदि जांच में उनका लाइसेंस नियमों के विपरीत या अवैध पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, जिला प्रशासन ने साफ किया है कि जाली दस्तावेज लगाकर प्रमाण पत्र बनवाने वालों पर भी कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी ताकि तहसील स्तर पर पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके और किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े पर रोक लगाई जा सके।

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