सीएम के पूर्व निजी सचिव पर लगी गैंगस्टर टेंडर के नाम किया रची लाखों करोड़ों की थी धोखाधड़ी

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क्राइम ब्यूरो उत्तराखंड

एम सलीम खान प्रभारी संपादक

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के पर्सनल सेकेट्री प्रकाश चन्द्र उपाध्याय पर करोड़ों रुपए की जालसाजों करने का गंभीर आरोप है, गुज़री नौ मार्च को हरिद्वार सिडकुल के रहने वाले राम केवल ने उपाध्याय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था, इससे पहले भी उनके खिलाफ बहुत से केस दर्ज किए गए थे,राम केवल हरिद्वार में जे आर फार्मास्युटिकल कंपनी संचालित करते हैं, पटियाला के रहने वाले ऋषि ने बीते साल 2022 में राम केवल की मुलाकात उत्तराखंड सचिवालय में मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव उपाध्याय से कराईं थी, उपाध्याय ने ई टेंडर दिलाने के एवज में राम केवल से 53 लाख लाख रुपए की ठगी की थी,इस मामले में बीते बृहस्पतिवार को ही पूर्व निजी सचिव उपाध्याय की गिरफ्तारी हुई है,

कोतवाल कैलाश चन्द्र भट्ट ने बताया कि आरोपी वत्स को राजस्थान और पीसी उपाध्याय को राजधानी देहरादून से गिरफ्तार किया जा चुका है, अन्य आरोपियों की खोजबीन की जा रही है, वत्स ने उपाध्याय के गिरोह के तौर पर कार्य करते हुए जाली दस्तावेजों के आधार पर लोगों से धोखाधड़ी और जालसाजी की,ई टेंडरिंग के जरिए से सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए हड़प लिए।

आरोपियों पर है दर्जनों मुकदमे

ई टेंडरिंग में जालसाजी के मामले में नन्दिनी वत्स निवासी सहारनपुर, शाहरुख खान निवासी मारखमग्राट डोईवाला फरार चल रहे हैं, उनकी धरपकड़ तेज कर दी गई,सौरभ वत्स के विरुद्ध पहले से ही छह, उपाध्याय के विरुद्ध पांच, नन्दिनी और शाहरुख खान के विरुद्ध चार चार मामले दर्ज हैं,इसी को देखते हुए पुलिस ने चारों जालसाजों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की है।

सीएम के आदेश पर हुई कार्रवाई

बीते दिनों उपाध्याय की धोखाधड़ी और जालसाजी के शिकार राम केवल ने पुलिस को तहरीर दी थी,उसी दौरान ये मामला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार में आया था, सीएम धामी ने देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे, उसके बाद पुलिस मामले की गहराई तक पहुंच गई,बाद में पुलिस ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया।


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