ऊधम सिंह नगर में कांग्रेस नेता फिर आए हाशिए पर तो क्या परवेज़ की गिरफ्तारी के पीछे इन्ही का है षड्यंत्र

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रुद्रपुर – ऊधम सिंह नगर जिले में यू तो कांग्रेस की स्थिति बद से बद्तर है और जो बची कुची रह गई है उससे कांग्रेस के दो मठाधीश तहस नहस करने पे तुले हैं,इस खबर में हय जो महत्वपूर्ण पहलू आपके सामने रखेंगे उन्हें जानकर आप भी चौंक जाएंगे,दर असल बीते रोज उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव परवेज़ कुरैशी को कोतवाली पुलिस ने उस समय हिरासत में ले लिया जब वह अपने बेटे को स्कूल से लेने जा रहे या आ रहे थे,एका एक पुलिस ने कुरैशी को हिरासत में लेकर उन्हें कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रम्पुरा पुलिस चौकी में दोपहर से लेकर चौकी में बैठा दिया। और करीब 11 बजे कुरैशी को कोतवाली में ले जाया जाएगा, इससे पहले रम्पुरा पुलिस चौकी के सामने उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित भुल्लर वरिष्ठ यूथ कांग्रेस नेता सौरभ बेहड ने घंटों तक धरना दिया बाद में पुलिस ने धरना दे रहे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि देर शाम तक कुरैशी को रिहा कर दिया जाएगा,

 

लेकिन पुलिस कुरैशी को कोतवाली ले आई, जिसके बाद फिर एक बार उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित भुल्लर को इस मामले की सूचना दी गई तो उन्होंने करीब रात 1 बजे से फिर धरना देना शुरू कर इस दौरान उनके कंधे से कंधा मिलाकर यूथ कांग्रेस के युवा नेता सौरभ बेहड भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते रहे इन लोगों ने सारी रात कोतवाली के गेट बाहर गुजर दी, जिसके बाद सुबह तड़के शहर कोतवाल मनोहर सिंह दौसनी ने बताया कि मेडिकल परीक्षण के बाद कुरैशी को रिहा कर दिया जाएगा,बस अब हम यही से आपको कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा का जिक्र करते हुए कांग्रेस और उसके कार्यकताओं का दम भरने वाले इन दो महानुभावों की सतर्कता पल रोशनी डालते हुए यह बताना चाहते हैं परिवार का मुख्य अपने किसी सदस्य के ऊपर आई मुसीबत से निपटने के लिए हर चंद कोशिश करता है, लेकिन इस मामले को लेकर ना तो कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और ना ही महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कोई अहम भूमिका निभाई बल्कि हजारों बार फोन करने पर यह दोनों महानुभाव मौके पर नहीं पहुंचे, मसलन कांग्रेस युवाओं को सिर्फ नारेबाजी करने के मकसद से इस्तेमाल करनी जानती है, बताते चलें कि इन दोनों ने ऊधम सिंह नगर में कांग्रेस की स्थिति बद से बद्तर कर दी है, वहीं कांग्रेस आलाकमान करन मेहरा भी इस मामले में बड़ी लापरवाही बरत रहे हैं आखिर क्यों संगठन के मुखिया मेहरा ऐसे लापरवाह कांग्रेस के मठाधीशों के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल नहीं ला रहे हैं, क्या करन मेहरा की टीम में जिम्मेदार लोगों का टोटा पड़ गया है, अपनी गैरजिम्मेदाराना रवैया से पहले ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा की जमकर किरकिरी हो चुकी हो वही प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा अब किसी नयी मिसाल का इंतेज़ार कर रहे हैं।

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एम सलीम खान ब्यूरो


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