भारत रत्न पण्डित गोविंद बल्लभ पन्त के महान कार्यों पर संग्रहीत पुस्तकों के डिजिटल संस्करण बनकर तैयार

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भारत रत्न पण्डित गोविंद बल्लभ पन्त के महान कार्यों पर संग्रहीत पुस्तकों के डिजिटल संस्करण बनकर तैयार

 अब डिजिटल पुस्तकें देश-दुनियां में सभी के लिए होंगी सुलभ – गोपाल रावत

हल्द्वानी/नैनीताल – (जफर अंसारी) महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा देश के पूर्व गृह मंत्री भारत रत्न पण्डित गोबिन्द बल्लभ पन्त द्वारा देश के लिए किये गये महत्वपूर्ण कार्यों पर संग्रहीत पुस्तकों के डिजिटल संस्करण बनकर तैयार हो गये हैं। ये डिजिटल पुस्तकें अब देश और दुनियां में हर किसी के लिए आसानी से सुलभ हो सकेंगी । यह बात यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये क्षेत्र के लोकप्रिय समाजसेवी गोपाल रावत ने बताई है।

श्री गोपाल रावत ने कहा है कि पूर्व में देश के प्रख्यात इतिहासकार वी आर नन्दा द्वारा पण्डित गोबिन्द बल्लभ पन्त के देश हित में किये गये चुनिंदा कार्यों को 18 खण्डों में संग्रहीत किया गया था । उन सभी संग्रहों का विमोचन 12 दिसम्बर 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी द्वारा 7 रेस कोर्स रेस स्थित अपने आवास पर किया गया था। श्री रावत ने कहा है कि तब पुस्तकों के विमोचन कार्यक्रम में भारत रत्न पण्डित गोबिन्द बल्लभ पन्त के सुपुत्र स्व के सी पन्त तथा पुत्रबधू इला पन्त के अलावा तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत अनेक बड़े नेता भी उपस्थित थे।

गोपाल रावत ने कहा है कि लम्बे समय से उन सभी पुस्तकों के डिजिटलीकरण की आवश्यकता महसूस की जा रही थी , अन्ततः देश के अनेक इतिहासकारों, शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों के सामूहिक प्रयास से 18 खण्डों में समाहित कुल नौ हजार पृष्ठों को वैबसाइट के जरिये डिजिटल स्वरूप में प्रस्तुत किया गया है।

 रावत ने कहा कि यह डिजिटल संस्करण इतिहासकारों, राजनीतिजों, शोधार्थियों के साथ – साथ देश और दुनियां में सभी के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी भी होंगे।


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