
हल्द्वानी – कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं अब फिर उन्होंने खुद को साबित करने का प्रयास किया है, इस बार हिमांशु गावा ने तुर्प के इक्के की तरह एक ओर चाल चल दी और हाल ही में कांग्रेस कमेटी में शामिल हुई भाईचारा एकता के अध्यक्ष केपी गंगवार की धर्म पत्नी को साथ लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के आवास पर जा पहुंचे और कागज़ गंगवार के लिए मेयर के टिकट के लिए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या के सामने दलीलें पेश करते वकालत की इस दौरान एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या कह रहे हैं कि हमारे पर्यवेक्षक की मौजूदगी में आप अपनी दावेदारी पेश कीजिए फिर देखेंगे, और कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा सर हिलाते हुए कहा कि मेयर के लिए काजल गंगवार बिल्कुल सटीक रहेंगी,
मसलन हिमांशु गावा ने फिर एक बार कांग्रेस के ज़मीनी कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करते हुए खुद को साबित करने की कोशिश की है इस खबर से हमें किसी भी व्यक्ति को कांग्रेस की ओर से मेयर का टिकट दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि आखिर लंबे समय से कांग्रेस के दरिया बीछने वाले कांग्रेसियों से इस मामले में बिना किसी राय मशविरा किया आखिर हिमांशु गावा इतना बड़ा फैसला कैसे ले रहे हैं यह एक बड़ा सवाल है,यह आपको बता दें कि उत्तराखंड में बीते विभिन्न चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है, विधायक से सांसद के चुनावों में कांग्रेस को सबसे बड़ा नुक्सान जनपद ऊधम सिंह नगर में हुआ है,जिसे लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा हमेशा हाशिए पर रहे हैं अब फिर एक बार हिमांशु गावा बिना किसी दिग्गज कांग्रेसी नेता के राय मशविरे के बिना एक गंभीर कदम उठा रहे हैं, पूरानी स्थिति पर नजर डालें तो कांग्रेस को गुज़रे चुनावों में बड़ा नुक्सान हुआ है कहीं ऐसा न हो जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा का यह ग़लत कदम फिर एक बार कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित हो।
एम सलीम खान ब्यूरो

