डोल्फिन श्रमिकों ने गांधी पार्क से डीएम कार्यालय तक निकाला पैदल मार्च सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा

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रुद्रपुर -(एम सलीम खान ब्यूरो) आमरण अनशन पर बैठी 4 महिलाओं की प्राणरक्षा के लिए पूर्व में दी गईं सूचना के तहत आज विभिन्न सामाजिक संगठनों,राजनैतिक दलों, ट्रेड यूनियनों,डॉल्फिन मजदूर संगठन के नेतृत्व में डॉल्फिन कंपनी के सैकड़ों मजदूर गाँधी पार्क रुद्रपुर से कलेक्ट्रेट रुद्रपुर तक पदयात्रा निकालते हुए पहुंचे।

वहां पर जिलाधिकारी अनुपस्थित थे । उनके स्थान पर तहसीलदार रुद्रपुर ज्ञापन लेने को पहुँचें। किन्तु मजदूरों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया। कहा कि वो जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से ही ज्ञापन प्रेषित करेंगे। साथ ही जिलाधिकारी महोदय के साथ में बातचीत करके संतुष्ट होने के पश्चात् ही वापस जायेंगे। तांकि अनशन कारी महिलाओं को संतोषजनक जवाब देकर उन्हें अनशन तोड़ने को तैयार कर सकें। सर्वसम्मति से निर्णय लेकर घोषणा घोषणा करके कि ज़ब तक 27 दिनों से आमरण अनशन पर बैठी 4 महिलाओं का अनशन नहीं टूट जाता है तब तक सभी लोग जिलाधिकारी कार्यालय के सामने (विकास भवन गेट के निकट ) की सड़क पर ही बैठे रहेंगे ।

तब तक सभी लोग सामूहिक रूप से उपवास पर रहेंगे ।न्याय मिलने के बाद ही उठेंगे।करीब 5 घंटे तक सभी लोग वहां बैठे रहे। इसके पश्चात् अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा वार्ता बुलाई गईं। जिसमें डॉल्फिन मजदूर प्रतिनिधियों के साथ ही किच्छा क्षेत्र के विधायक तिलक राज बेहड़ जी,आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल ठुकराल जी, श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी जी,कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह जी, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर सचिव शिवदेव सिंह जी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश भट्ट शामिल थे। इस दौरान तत्काल 19 नवम्बर 2024 को अपरजिलाधिकारी प्रशासन की मध्यस्थता में निर्धारित वार्ता का नोटिस दिया गया। और अस्वासन दिया गया कि उस दिन मामले को सुलझा लिया जायेगा। इसके पश्चात् सभी लोगों ने विचार विमर्श करके सर्वसम्मती से कलेक्ट्रेट रुद्रपुर में सामूहिक आमरण के कार्यक्रम को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।

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इस दौरान हुईं सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि डॉल्फिन कम्पनी सिडकुल पंतनगर (उत्तराखंड ) में कार्यरत 4स्थाई महिला मजदूर कम्पनी में बुनियादी श्रम कानूनों को लागू कराने की मांग को लेकर विगत 27 दिनों से आमरण अनशन पर बैठकर न्याय की गुहार लगा रहीं हैं। न्यूनतम वेतन और बोनस देने की मांग कर रहीं हैं। स्थाई मजदूरों को ठेके के तहत अस्थाई नौकरी में नियोजित करके उनका भविष्य बर्बाद करने के अन्याय पर रोक लगाने और सैकड़ों स्थाई मजदूरों को आरोप पत्र, कारण बताओ नोटिस दिए बिना, सेवासमाप्ति अथवा निलंबित किए बिना उनकी अवैध रूप से की गईं गेटबंदी को खुलवाकर कार्यबहाली कराने की मांग कर रहीं हैं। जो कि पूर्णतः न्यायसंगत और बहुत ही साधारण मांग है।

उपस्थित लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में किसी भी कम्पनी में बुनियादी श्रम कानूनों का ऐसा घोर उल्लंघन आज तक नहीं देखा है। यदि उक्त जायज और कानूनी मांगों को लेकर अनशनकारी महिलाओं के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो यह उत्तराखंड राज्य और भारत देश पर लगा ऐसा बदनुमा दाग होगा जो कभी नहीं मिट पायेगा। ऐसा अनर्थ ना हो इसके लिए शासन प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप करते हुए समझौता कराके अनशन तुड़वाकर उक्त महिलाओं की प्राणरक्षा करनी चाहिए।

आज के कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के किच्छा क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़,आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल सिंह ठुकराल, इंटक के जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह, श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता और CNG टैम्पू यूनियन के अध्यक्ष सुब्रत कुमार विश्वास, इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान मोहम्मद, ऑटोलाइन इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री प्रकाश मेहरा, इंटरार्क मजदूर संगठन के बीरेंद्र कुमार, अजय कटियार, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश भट्ट, ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर के सचिव अभिलाख सिंह, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के शैलेस कुमार, सीआई इंडिया श्रमिक संगठन के दीपक कुमार, पारले मज़दूर संघ के अध्यक्ष प्रमोद तिवारी, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर सचिव शिवदेव सिंह, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा )के दिनेश चंद्र,डॉल्फिन मजदूर संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता देवी मौजूद थी

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