
हल्द्वानी – स्थायी निवास प्रमाणपत्र को फर्जी तरीके से तैयार कराने वाले गिरोह पर नैनीताल पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। तहसीलदार की तहरीर पर दर्ज हुए मुकदमे में नए BNS के गंभीर सेक्शनों के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टी.सी. के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई में पुलिस टीम को महत्वपूर्ण खुलासे भी मिले हैं, जो पूरे घोटाले की जड़ तक पहुंचते हैं।
कैसे चलता था फर्जी प्रमाणपत्र का खेल?
गिरफ्तार मो० फैजान ने स्वीकार किया कि उसने रईस अहमद द्वारा उपलब्ध करवाए दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए उसके नाम पर फर्जी स्थायी निवास प्रमाणपत्र तैयार कराया।
जांच में सामने आया कि रईस अहमद ने गलत दस्तावेजों और अवैध लेनदेन के आधार पर न केवल यह प्रमाणपत्र बनवाया, बल्कि इसका उपयोग विवाह प्रमाणपत्र तैयार कराने में भी किया गया।
UPCL कर्मचारी की संलिप्तता भी उजागर
पूछताछ में पता चला कि UPCL में तैनात TG Technical Gate Second दिनेश सिंह दासपा भी इस नेटवर्क से जुड़ा हुआ था। वह पुराने बिजली कनेक्शन से जुड़े दस्तावेजों की स्टाम्पयुक्त प्रतियां प्रति बिल ₹500 में उपलब्ध कराता था। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कराए जा रहे थे।
गिरफ्तार आरोपी
मो० फैजान — निवासी बनभूलपुरा
रईस अहमद — निवासी नई बस्ती
दिनेश सिंह दासपा — कर्मचारी, UPCL
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपियों की भूमिका गंभीर पाई गई है। जांच से छेड़छाड़ न हो, इसलिए सभी को हिरासत में लिया गया है और निर्धारित समय पर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
कार्रवाई करने वाली टीम
थानाध्यक्ष सुशील जोशी, उपनिरीक्षक जगवीर सिंह, मनोज यादव, हेड कॉन्स्टेबल रमेश कांडपाल और कॉन्स्टेबल शिवम कुमार की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।


