हल्द्वानी_सुशीला तिवारी अस्पताल में नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास – पढ़े बड़ी ख़बर

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हल्द्वानी – हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। यह घटना अस्पताल परिसर में ही घटित हुई, जहां एक युवक ने पीड़िता को अकेला देखकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म करने की कोशिश की।

वॉशरूम का रास्ता पूछने के बहाने युवक ने किया हमला

मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना 17 अगस्त की है जब पीड़िता वार्ड में टहल रही थी। तभी आरोपी युवक ने वॉशरूम का रास्ता पूछने के बहाने से लड़की को अपनी ओर बुलाया। जैसे ही लड़की ने उसे रास्ता बताया, युवक ने मौका पाकर उसे एक कोने में खींच लिया और दुष्कर्म का प्रयास किया।

पीड़िता की चीखपुकार पर लोग हुए इकट्ठा

युवक के दुष्कर्म के प्रयास के दौरान पीड़िता ने हिम्मत दिखाई और जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। उसकी चीखें सुनकर अस्पताल में मौजूद लोग तुरंत उस स्थान पर इकट्ठा हो गए, जिससे आरोपी को अपनी हरकतें रोकनी पड़ीं।

आरोपी का नाम और पुलिस की कार्रवाई

इस घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। आरोपी की पहचान जावेद के रूप में हुई है, जो कि ऊधम सिंह नगर के पुलभट्टा क्षेत्र का निवासी है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। हल्द्वानी सीओ नितिन लोहनी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

पुलिस ने किया आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज

सीओ नितिन लोहनी ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने आरोपी जावेद के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।

समाज में बढ़ती विकृत मानसिकता का उदहारण

यह घटना समाज में बढ़ती विकृत मानसिकता को दर्शाती है। एक अस्पताल जैसे पवित्र स्थल पर, जहां लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं, वहां भी इस तरह की घृणित घटनाओं का होना गंभीर चिंता का विषय है। इससे समाज में सुरक्षा और नैतिकता के प्रति बढ़ती उदासीनता का पता चलता है।

महिलाओं की सुरक्षा पर फिर से उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों की सख्त जरूरत है। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे इस दिशा में और भी कठोर कदम उठाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

परिजनों की मांग: आरोपी को मिले कड़ी सजा

पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। परिवार और स्थानीय लोग इस घटना से आहत हैं और प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं।

समाज में इस घटना का असर और प्रतिकृति

यह घटना समाज के हर वर्ग के लिए एक बड़ा झटका है। इससे न सिर्फ पीड़िता और उसके परिवार को आघात पहुंचा है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति के दिल में डर और असुरक्षा की भावना भी उत्पन्न हुई है। ऐसे अपराधों को रोकने के लिए समाज को भी अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।

घटना के बाद सुरक्षा उपायों की मांग

इस घटना के बाद, सुशीला तिवारी अस्पताल और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की मांग की जा रही है। अस्पताल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी संभव उपाय अपनाएं। इसके अलावा, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और गश्त को और भी अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है।

समाज को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज को सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है। माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सतर्कता बरतनी होगी। इसके साथ ही, समाज को भी इस तरह के अपराधों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।

समाज में बढ़ती हिंसा और दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए यह समय की मांग है कि हम सभी मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाएं। यह घटना एक चेतावनी है कि हम सभी को मिलकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलानी होगी और अपने आसपास हो रही ऐसी घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी होगी।


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