
लालकुआं – लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नवाड खेड़ा में रविवार को एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला, जब जिलाधिकारी नैनीताल ललित मोहन रयाल स्वयं धान के खेतों में पहुंचे। किसानों के बीच जाकर उन्होंने न केवल धान की फसल की गुणवत्ता और स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया, बल्कि क्रॉप कटिंग की प्रक्रिया में खुद हिस्सा लेकर कृषि उत्पादन का वास्तविक मूल्यांकन भी किया।
कृषक ललित मेहरा के खेत में पहुंचकर जिलाधिकारी ने ग्रामीण किसानों से खेती-बाड़ी की मौजूदा स्थिति, मौसम की चुनौतियों और सरकारी योजनाओं के लाभ पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि “क्रॉप कटिंग से प्राप्त आंकड़े ही फसल उत्पादन का असली आधार होते हैं। इन्हीं के माध्यम से सरकार कृषि नीति, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), खाद्यान्न भंडारण, और आयात-निर्यात नीतियों का निर्धारण करती है।”
डीएम रयाल ने आगे बताया कि प्राकृतिक आपदाओं के समय फसल क्षति का आकलन और राहत राशि वितरण में भी क्रॉप कटिंग के आंकड़े अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के साथ नियमित संवाद बनाए रखें और फसल सर्वेक्षण की रिपोर्ट समय पर तैयार करें ताकि किसी भी किसान को नुकसान की स्थिति में देरी का सामना न करना पड़े।
इस मौके पर तहसीलदार हल्द्वानी कुलदीप पांडे, कृषक ललित मेहरा, और कई स्थानीय किसान व कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। खेतों में जिलाधिकारी को अपने बीच देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने डीएम का आभार जताया कि जिला प्रशासन खेती-किसानी की वास्तविक स्थिति जानने स्वयं गांव तक पहुंच रहा है।
ग्रामीणों का कहना था कि जिलाधिकारी का इस तरह खेतों में उतरना प्रशासन और किसानों के बीच भरोसे का नया संदेश देता है, जिससे भविष्य में कृषि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को बढ़ावा मिलेगा।


