
हल्द्वानी – (समी आलम) कुमाऊं का सबसे बड़ा अस्पताल डॉ. सुशीला तिवारी चिकित्सालय (Sushila Tiwari Hospital Haldwani) इन दिनों बदइंतजामी का शिकार है। अस्पताल की ओपीडी व्यवस्था (OPD System) लगातार सवालों के घेरे में है।
मरीज़ों की सुविधा के लिए अस्पताल प्रशासन ने चार काउंटर निर्धारित किए हैं, लेकिन बीते दो दिनों से दो काउंटर पूरी तरह खाली पड़े हैं। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि चार में से केवल दो काउंटर पर ही कर्मचारी मौजूद हैं, जबकि बाकी दो पर ताला-शांति पसरी है।
स्टाफ से वजह पूछने पर बताया गया कि कर्मचारी छुट्टी पर हैं। सवाल यह उठता है कि अगर स्टाफ छुट्टी पर है तो उनकी जगह पर वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई? दो काउंटर बंद रहने का खामियाज़ा हर दिन सैकड़ों मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
भीड़ का आलम यह है कि सक्रिय दो काउंटरों पर लंबी कतारें लग रही हैं। कई बुजुर्ग और महिला मरीज घंटों खड़े रहने को मजबूर हैं। अगर सभी चार काउंटर चालू होते तो मरीजों का समय बचता और व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चल पातीं।
यहां सिर्फ कुमाऊं ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश (U.P.) से भी हजारों मरीज रोज़ाना इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में ओपीडी व्यवस्था का चरमराना सीधे मरीज़ों पर बोझ डाल रहा है।
अस्पताल की इस लापरवाही पर न तो प्राचार्य और न ही मुख्य चिकित्सक अधीक्षक की कोई जवाबदेही दिखती है। शिकायतकर्ता बताया कि जब इनसे संपर्क करना चाहा तो दोनों ही अधिकारी उपलब्ध नहीं मिले। आखिरकार इस मामले की शिकायत सीधे जिलाधिकारी नैनीताल को भेज दी गई है।
स्थानीय लोग अब उम्मीद जता रहे हैं कि जिलाधिकारी स्तर से सख्त कार्रवाई होगी और कुमाऊं के सबसे बड़े अस्पताल की ओपीडी व्यवस्था सुधरेगी।

