हल्द्वानी – (आरिश सिद्दीकी) नैनीताल जिले में पुलिस ने वाहन चोरी के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देशन में, हल्द्वानी पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी की अगुवाई में बनभूलपुरा थाना पुलिस ने छह शातिर चोरों को चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों से 12 मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं, जिनमें कई हल्द्वानी और उसके आस-पास के क्षेत्रों से चोरी की गई थीं।
पुलिस के अनुसार, यह अंतर्राज्यीय गिरोह नशे की लत पूरी करने के लिए वाहनों की चोरी करता था और फिर इन्हें बेचने या अन्य आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल करता था। आरोपियों ने चोरी किए गए वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर या हटाकर उनका उपयोग किया और कई वाहनों के चेसिस नंबर भी बदल दिए थे।
11 सितंबर 2024 को, मेराजुद्दीन निवासी आजादनगर, हल्द्वानी ने अपनी चोरी की मोटरसाइकिल की शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी TVS Apache (नंबर UK-04X-0750) 9 सितंबर को उनके घर के बाहर से चोरी हो गई थी। इस मामले में थाना बनभूलपुरा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित की गई और उ.नि. अनिल कुमार द्वारा जांच की गई। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चेकिंग के दौरान आवला गेट रेलवे फाटक और गौला बाईपास के पास आरोपियों को पकड़ लिया।
पुलिस ने आरोपियों से दो चोरी की मोटरसाइकिलें, एक TVS Apache और एक हीरो स्प्लेंडर बरामद कीं। उनके द्वारा बताए गए स्थान पर छानबीन के बाद 10 और मोटरसाइकिलें भी बरामद की गईं, जिनमें से कई हल्द्वानी और आस-पास के क्षेत्रों से चोरी की गई थीं।
गिरफ्तार आरोपियों में कुबेर सिंह उर्फ अमन (19), निवासी हाईडिल कॉलोनी, पौड़ी गढ़वाल शामिल हैं, जो पूर्व में बाइक चोरी के मामले में बाल सुधार गृह में रह चुका है। अन्य आरोपियों में सलीम अली (22), निवासी टिब्बा लालपुर, किच्छा, जो पहले चोरी और चाकू के मामले में जेल जा चुका है; ओम शर्मा उर्फ अंशु (20), निवासी नंदग्राम, गाजियाबाद, जो बैटरी चोरी के मामले में जेल गया था; ध्रुव शर्मा उर्फ गुत्रू (20), निवासी लालपुर, उ.सि.नगर; रवि सिंह (19), निवासी इटऊवा, बरेली, जो पहले भी बाइक चोरी के मामले में जेल जा चुका है; और संदीप मौर्या (21), निवासी लालपुर, किच्छा, जो कई मामलों में जेल जा चुका है शामिल हैं।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे चोरी की गई मोटरसाइकिलों का उपयोग अन्य अपराधों में भी करते थे। वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर या हटाकर वे पुलिस की नजर से बचने की कोशिश करते थे। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर ट्रंचिंग ग्राउंड के पास छिपाई गई अन्य मोटरसाइकिलें भी बरामद कीं।