कांग्रेस जिलाध्यक्ष के अशोभनीय बयान से मृतका के परिजनों सहित समाजसेवियों में रोष – सुने बयान

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 रुद्रपुर (उधम सिंह नगर) रुद्रपुर के निजी चिकित्सालय में कार्य करने वाली नर्स की निर्मम हत्या और पुलिस खुलासे पर प्रश्नचिन्ह लगाने वाले पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर आज जिला और महानगर कांग्रेस का प्रदर्शन आयोजित होना था, प्रदर्शन के नाम पर पुतला फूंक कर महज खानापूर्ति कर दी गई। यह प्रदर्शन न तो पीसीसी की गाइड लाइन के अनुसार दिखाई दिया न ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए,बल्कि ऐसा लगा कि यह कार्यक्रम निजी चिकित्सक को बचाने के लिए उसके पक्ष में किया गया हो, कार्यक्रम में कोई नेता न तो पुलिस के खिलाफ खुलकर बोले न उस चिकित्सक के जिसपर मृतका के परिवार ने गंभीर आरोप लगा कर कई संदेह व्यक्त किए थे बल्कि शर्मनाक यह कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष तो निजी चिकित्सालय के स्वामी का ही महिमामंडन करने लगे और उसके पैरोकार बन कर मृतका के चरित्र पर सवाल उठाते हुए मीडिया में अनाप शनाप बोलकर मृतका के प्रति शब्दों की मर्यादा ही लांघ गए,जिसके बाद वहीं मौजूद कांग्रेस के ही कार्यकर्ता सकते में आ गए उनमें उबाल आ गया और उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए जिलाध्यक्ष के अशोभनीय बयान का विरोध चालू कर दिया।

कांग्रेस संगठन के ही कार्यकर्ताओं में जिलाध्यक्ष के बयान से उबाल,जिलाध्यक्ष का बयान कहीं न बन जाए प्रदेश कांग्रेस के गले की हड्डी

चिकित्सक को बचाने के चक्कर में शब्दो की मर्यादा भूले कांग्रेस जिलाध्यक्ष

मृतका के चरित्र पर ही सवाल उठाकर पीड़ित परिवार के ज़ख्मों पर ही छिड़क दिया नमक

कांग्रेस जिलाध्यक्ष के इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है,लोगों का कहना है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीसीसी के चीफ को भी कुछ नहीं समझते चिकित्सक खास और और कांग्रेस जिलाध्यक्ष होने के बावजूद सत्तापक्ष में उनकी सेटिंग जगजाहिर है इसीलिए पीसीसी चीफ के निर्देश के इतर व पीड़ित परिवार द्वारा चिकित्सक और खुलासे पर व्यक्त किए गए संदेह के इतर उन्होंने मजबूरी में पीड़ित परिवार और मृतका के पक्ष होने का दिखावा किया और स्पष्ट रूप से पीड़ित परिवार के पक्ष में न होकर चिकत्सक के पैरोकार बने दिखाई दिए।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष के बयान के बाद लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है, सरकार के पुतले फूंकने का दिखावा कर जघन्य हत्या और मृतका के प्रति शर्मनाक बयान के बाद भाजपा फ्रंटफुट पर खेल सकती है वहीं सामाजिक संगठन इस विवादित और शर्मनाक बयान के बाद से कांग्रेस के ही पुतले फूंकने की शुरुआत न कर दें यह कांग्रेस के लिए बेहद चिंता जनक होगा, क्योंकि कांग्रेस जिलाध्यक्ष के शर्मनाक और निंदनीय बयान के बाद से कांग्रेस के ही कार्यकर्ता रोषित हैं यह बयान पार्टी में ही ज्वालामुखी का भी रूप ले सकता है,कुल मिलाकर पीसीसी को जवाब देना ही होगा कि उनके अधीन एक जिलाध्यक्ष क्या पीसीसी के निर्देश पर ही अशोभनीय और ऐसे बयान दे रहा है जो पीड़ित परिवार के ज़ख्मों पर नमक के समान हैं? अब चाहे जिलाध्यक्ष माफी का नाटक कर पछतावे का दिखावा कर लें लेकिन उनकी मानसिकता और असलियत तो लोगों के सामने आ ही गई,उन्हें बचाने के लिए पीसीसी भी कुछ लीपापोती कर ले लेकिन प्रदेश कांग्रेस के लिए हमेशा मुश्किलें पैदा करते रहने वाले इस जिलाध्यक्ष के बयान को लोगों ने सहेज कर रख लिया है।

 

जो वक्त पर कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकता है और बयान के बाद आज भी पार्टी के भीतर ही जो चिंगारी पनपी है वो भविष्य में ज्वालामुखी का भी रूप ले सकती है, देखना होगा कि प्रदेश कांग्रेस का संगठन घटिया और शर्मनाक बयान के बाद क्या चुप्पी ही साध छ़़लेगा या इन पर कार्यवाही करेगा, नहीं आज देर शाम छात्रों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने इस मामले को लेकर केंडिल मार्च निकाला और कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनके इस्तीफे की मांग कर दी,यह तथा कथित बयान कांग्रेस के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है क्योंकि हाल ही में निकायों में चुनाव सम्पन्न होने जा रहा है।

एम सलीम खान ब्यूरो


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