कितने दूर कितने पास सीपी शर्मा मारपीट प्रकरण प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा के कंधे से कंधा मिलते नजर आए नहीं कांग्रेस के पांच विधायक चंद कांग्रेस नेताओं के बलबूते धरने पर बैठे करन मेहरा

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किच्छा विधायक तिलक बेहड की कमी खली

सदन में नेताप्रतिपक्ष और विधायक यशपाल आर्या ने भी बनाईं दूरी

उप नेताप्रतिपक्ष और खटीमा विधायक की गैरमौजूदगी पर प्रश्न चिन्ह?

विधायक गोपाल सिंह राणा भी नहीं पहुंचे

जसपुर विधायक आदेश चौहान की चल रही कप्तान से खटपट नहीं आना चर्चा का विषय

रुद्रपुर _ कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा और भाजपा के निर्वतमान मेयर रामपाल सिंह के बीच हुई गुत्थमगुत्था ने राजनीति रुख अख्तियार कर लिया है, जहां 24 फरवरी को इस मामले को लेकर कांग्रेसियों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी के कार्यलय पर धरना देकर पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाया थे तो वही इस लड़ाई में अब कांग्रेस के मुखिया करन मेहरा ने भी क़दम रखा दिया है,करन मेहरा आज रुद्रपुर पहुंचे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर खुद धरने प्रदर्शन का मोर्चा संभाला लेकिन इस दौरान कांग्रेस के बहुत दिग्गज इस धरना से मसलन इस लड़ाई से दूरी बनाए हुए हैं, मिसाल के तौर पर अगर किसी भी पार्टी का मुखिया किसी कार्यक्रम या धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जनपद में आता है तो पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ता है, लेकिन मेहरा के इस धरने प्रदर्शन में कार्यकताओं की बात तो छोड़ो पार्टी के पांचों विधायक भी तितर बितर नज़र आएं चंद कांग्रेसियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने एस एस पी कार्यालय पर धरना दिया।

कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री किच्छा विधायक तिलक राज बेहड की न मौजूदगी चर्चा का विषय बनी

इस धरने प्रदर्शन में कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री किच्छा विधायक तिलक राज बेहड ने दूरी बनाना ही उचित समझा, हालांकि वह उस समय कहा थे जब धरना प्रदर्शन चल रहा था इस बात की जानकारी नहीं मिली, उनकी गैरमौजूदगी को अगर दूसरे रुख से देखा जाए तो कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा और विधायक तिलक राज बेहड के खटस चल रही है, जिसका अर्थ यह है कि जब सीपी शर्मा को महानगर कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया तो वरिष्ठ नेता तिलक राज बेहड से राय मशविरा नहीं किया गया था,बेहड का प्लान था पूर्व महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा की पुनः ताजपोशी की जाए, लेकिन कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने इसके के लिए सीपी शर्मा के नाम को आगे बढ़ाते हुए उन्हें महानगर अध्यक्ष की कमान सीपी शर्मा को सौंप दी थी। जिसके बाद इस मामले को लेकर जमकर बयान बाजी हुईं और तिलक राज बेहड सीपी शर्मा के बीच जमकर जुबानी बाण चले थे, इसी वजह को उनकी गैरमौजूदगी से जोड़ कर देखा जा रहा है।

सरकार पर हमलावर होने वाले नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई

पूर्व मेयर और महानगर अध्यक्ष के बीच हुई मारपीट की घटना को लेकर सदन में नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आना खुद में बड़ी बात है, भाजपा सरकार को हर पहलू पर घेरने वाले यशपाल आर्या इस मामले पर पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं,जिसे लेकर तरह तरह के कायस लागये जा रहें हैं, विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो महानगर कांग्रेस कमेटी को लेकर आर्या भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं, उनके इस रवैए से पता चलता है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ हों रहें व्यवहार को लेकर यशपाल आर्या कता भी गंभीर नहीं है

उप नेताप्रतिपक्ष भुवन कापड़ी भी नहीं पहुंचे

जनपद ऊधम सिंह नगर की पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है, जिसमें किच्छा, बाजपुर, जसपुर, खटीमा, सितारगंज सीट कांग्रेस की झोली में है, सीएम धामी को विधानसभा चुनाव में शिकस्त देने वाले उप नेताप्रतिपक्ष भुवन कापड़ी भी कांग्रेस कमेटी के मुखिया करन मेहरा के साथ नजर नहीं आएं, जबकि उन्हें हर इस धरने प्रदर्शन में अपनी हिस्सेदारी करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने भी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा को आनदेखा करने में भलाई समझी और वो भी इस मामले से दूर रहें।

विधायक गोपाल सिंह राणा भी रहे नदारद

सितारगंज विधानसभा सीट से विधायक गोपाल सिंह राणा भी इस मामले में कहीं नजर नहीं आएं,उनका कथन हैं कि समय से सूचना नहीं दी गई थी,समय से सूचित किया जाता तो वह इस मामले जरुर शिरकत करने रुद्रपुर पहुंचते, हालांकि इसके पीछे की सच्चाई क्या है यह हम नहीं जानते हैं, लेकिन विधायक होने के नाते उन्हें इस धरने प्रदर्शन में आमद दर्ज करनी चाहिए थी या नहीं इस बात को विधायक जी अच्छी तरह जानते हैं।

जसपुर विधायक आदेश चौहान की पुलिस प्रशासन से चल रही खटस

अब अगर बात की जाएं जसपुर विधायक आदेश चौहान की तो उनकी हाजिरी भी रुद्रपुर में नहीं हुई है,करन मेहरा कई घंटों तक एस एस पी कार्यालय पर दरी पर बैठे रहे, लेकिन उनके पांचों विधायक यहां पहुंचे की जहमत नहीं उठाई, अगर विधायक आदेश चौहान की बात की जाएं तो एक मामले को लेकर चौहान और कप्तान टीसी आमने-सामने आ गए थे,बात उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित सदन तक पहुंच गई थी, शायद उन्होंने इसी वजह से रुद्रपुर पुलिस जिला कार्यालय आना बेहतर नहीं समझा।

जिला एवं नगर कांग्रेस कमेटी से परहेज़ रखने वाली महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने दर्ज कराई उपस्थित

जिला एवं नगर कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रमों से हमेशा दूर रहने वाली महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने इस धरने प्रदर्शन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, वहीं उन्होंने मीडिया से बातचीत भी की उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन उन्होंने बातों बातों में एक खास बात यह भी कह डाली कि कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कानून का उल्लघंन किया है तो उनके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करे लेकिन पूर्व मेयर रामपाल सिंह अगर दोषी है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन पहले पुलिस इस मामले की बारीकी जांच पड़ताल करें।


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