लालकुआँ – कहते हैं कि अगर दिल में देशभक्ति और ईमनदारी का जज्बा हो तो मौत भी छू कर निकल जाती हैं और सामने खड़ा दूश्मन भी बौना नजर आता है जी हम बात कर रहे हैं तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर की टांडा रेंज में तैनात ऐसे ईमानदार रेंजर की जिसके आगे दूश्मनों की गोली भी झूकना पड़ता है इस रेंजर की दो बार आमने सामने हुई तस्करों से सीधी मुठभेड़ में गोली लगने के बाद भी रेंजर ने तस्करों का पीछा नहीं छोड़ा तथा उन्हें पकड़कर जेल भेजा । जी हां यह रेंजर और कोई नहीं बल्कि रूपनारायण गौतम है जिन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते खैर तस्करों को पकड़कर जेल भेजा है इस कार्यवाही से वन तस्करों में हडकंप मचा हुआ है।
बताते चले कि तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर की टांडा रेंज में तैनात रेंजर रूपनारायण गौतम के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने पिछले कुछ ही महीनों में अवैध खैर तस्करी में लिप्त वन तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो दर्जन से अधिक केस दर्ज कर उनमें शामिल आधा दर्जन से अधिक से वन तस्करों को जेल भेजने की कार्यवाही की है।साथ ही बड़ी मात्रा में छोटे बड़े वाहनों को भी सीज किया है इस कार्यवाही से नाराज वन तस्करों ने रेंजर रूपनारायण गौतम पर गोली चला दी जिसमें रेंजर रूपनारायण गौतम के पेट में लगी साथ ही दो अन्य कर्मचारी भी घायल हुए थे।यहां गोली बीते माह सितम्बर में चलाई थी जिसमें पुलिस ने गोलीबारी में दो तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि फरार चल रहे अन्य तस्करों के खिलाफ कुर्की की कार्यवाही की जा रही है।
इधर टांडा रेंज के रेंजर रूपनारायण गौतम ने बताया कि प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देशन में टांडा रेंज कि वन विभाग टीम द्वारा अवैध लकड़ी तस्करों के खिलाफ धरपकड़ अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में पिछले छ: महीनों में खैर तस्करी के 20 से अधिक केस दर्ज किए हैं तथा आधा दर्जन से अधिक वाहनों को पकड़कर सीज किया है।साथ ही इन मामलों में लगभग आधा दर्जन से अधिक तस्करों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है तथा भारी मात्रा में काटी गई खैर की लकड़ी को भी बरामद है। उन्होंने कहा कि बीते दो दिन पूर्व ही गुलरभोज स्थित हरिपुरा बैराज से दो नावों को पकड़कर सीज किया गया है तथा पकड़ी गई दोनों नावों से जंगल से लकड़ी की तस्करी की जा रही थी वही इनके फरार चल रहे मालिकों की धरपकड़ जारी है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह बीते माह सितम्बर में उनकी और लकड़ी तस्करों के बीच सीधी मुठभेड़ हुई थी जिसमें उन्हें और दो अन्य वनकर्मी को गोली लगी थी उन्होंने कहा कि इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया साथ ही फरार तस्करों की धरपकड़ की जारी है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि टांडा वन क्षेत्र में अवैध लकड़ी तस्करी किसी भी किमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।